26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रशान्त किशोर ने तेजस्वी को बताया नौवीं फेल नेता, कहा लालू के बेटे नहीं होते तो कोई पूछता नहीं

Prashant kishore attacked Tejashwi Yadav: किशोर ने गुरुवार को तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी ज्ञानहीन नेता हैं और नौवीं फेल हैं।

2 min read
Google source verification
 prashant kishore said if tejashwi had not lalu son no one asked

जन सुराज के प्रणेता प्रशांत किशोर ने बिहार के उप मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्हें ज्ञानहीन नेता बताया और कहा कि यदि वह पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पुत्र नहीं होते तो उन्हें कोई नहीं पूछता।

तेजस्वी नौवीं फेल नेता हैं

किशोर ने गुरुवार को तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी ज्ञानहीन नेता हैं और नौवीं फेल हैं। यदि वे लालू यादव जी के पुत्र नहीं होते तो उन्हें कौन पूछता। इनको बिहारियों से और बिहार के विकास से क्या मतलब है। उलूल-जलूल बकवास करना ,लोगों को जाति-धर्म में बांटना, पैसा, शराब, बालू का काम किया, पैसा वसूल कर टिकट बांटा, जाति के नाम पर गरीब लोग मजबूरी में वोट दे देते हैं।

उसके बाद नेता बनकर ज्ञान दे रहे है। तेजस्वी यादव की क्या पहचान है। क्रिकेट खेलने गए तो वहां पानी ढोते थे। लालू यादव के लड़के हैं इसलिए सब लोग जानते हैं। लालू जी के लड़के हैं इसलिए राजद के नेता हैं।

तेजस्वी यादव क्यों पथ निर्माण मंत्री रहेंगे

जन सुराज के प्रणेता ने कहा कि तेजस्वी यादव क्यों पथ निर्माण मंत्री रहेंगे। समाज का जो दबा-कुचला वर्ग है, जिसका वे दावा करते हैं कि उनको आवाज दे रहे हैं, आप उन्हें मौका दीजिए। यदि, तेजस्वी यादव खुद से अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ले लें और जो मुस्लिम मंत्री हैं जिन्हें अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय का प्रभार दिया गया है अगर वे गृह मंत्री हो जाएं तो इससे कौन रोक रहा है।

राहुल गांधी, राजीव गांधी के लड़के इसलिए कांग्रेस के नेता

वहीं, किशोर ने कांग्रेस पार्टी के वंशवाद पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी, राजीव गांधी के लड़के हैं इसलिए वह कांग्रेस के नेता हैं। इससे वह देश के नेता थोड़े न हो जाएंगे। उन्होंने कहा, “ आपके बाबू जी की पार्टी है तो कोई भी नेता बन जाएगा। आपके बाबूजी की दुकान है तो कोई भी जाकर बैठ जाएगा, दुकान का मालिक हो जाएगा। उसमें आपकी योग्यता क्या है। अपनी योग्यता साबित करने के लिए राजनीति में या किसी भी अन्य क्षेत्रों में तपस्या करनी होती है। ज़मीन से जुड़कर समाज को समझना होता है।”

ये भी पढ़ें: वर्ल्ड कप फाइनल का मैच देखने जा सकते हैं PM मोदी! जीत से सिर्फ एक कदम दूर है टीम इंडिया