
Rajnath Singh Reached Indira Point, Southern Most Tip of India know its importance
Southern Most Tip of India: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यह कहां पहुंच गए? केंद्रीय रक्षा मंत्री की इस तस्वीर को देखकर लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है। इस तस्वीर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर डाला है। शुक्रवार 6 जनवरी 2022 को दोपहर बाद दो बजकर 27 मिनट पर राजनाथ सिंह अपनी दो तस्वीरें ट्वीट की। जिसमें से एक तस्वीर यह है। तस्वीर में साफ तौर पर दिख रहा है कि मंत्री किसी समुद्र किनारे बैठे हैं। मंत्री जिस टेबल-कुर्सी पर बैठकर फाइलों को देख रहे हैं, वह अस्थायी है। मतलब कि उसे कहीं से लाकर वहां रखा गया है। इस तस्वीर के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक और तस्वीर शेयर की है। दूसरी तस्वीर में रक्षा मंत्री ईंट-भट्ठी की चिमनी जैसी दिखने वाली किसी चीज के आगे खड़े है। उनके बगल में एक पोल लगा है। जिसपर भारत के अलग-अलग शहरों की दूरी लिखी है।
दिल्ली 2986 तो कोलकाता 1822 किलोमीटर
राजनाथ सिंह जिस पोल के बगल में खड़े है, उसपर लिखा है दिल्ली 2986 किलोमीटर, कोलकाता 1822 किलोमीटर, चेन्नई 1623 किलोमीटर, कोलंबो 1541 किलोमीटर, फुकेत 508 किलोमीटर। फुकेत थाइलैंड का एक द्वीप है। इन तस्वीरों को देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल है राजनाथ सिंह कहां हैं? लेकिन यदि आपकी रूचि भारत के भूगोल में है, तो शायर आप इन तस्वीरों को देखकर जगह को पहचान सकते हैं।
इंदिरा प्वाइंट- भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु
इन तस्वीरों के साथ रक्षा मंत्री ने एक छोटा सा कैंपन भी लिखा है- Indira Point, Southern Most Tip of India। मतलब यह कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारत के सबसे दक्षिणी बिंदु इंदिरा प्वाइंट पर हैं। इंदिरा प्वाइंट की ये तस्वीरें तो आप देख चुके, अब जानिए इसका महत्व क्या है? इंदिरा प्वाइंट भारत के निकोबार द्वीपसमूह के बड़े निकोबार द्वीप पर स्थित एक गांव है। यह भारत का दक्षिणतम बिन्दु भी है। राजनाथ सिंह चिमनी जैसी दिखने वाली जिस चीज के आगे खड़े हैं असलियत में वह एक प्रकाशस्तम्भ है।
चिमनी नहीं यह जहाजों को रास्ता दिखाने वाला लाइट हाउस
प्रशासनिक रूप से यह लक्ष्मीनगर पंचायत के अधीन है। भारत की सामरिक, कूटनीतिक और सुरक्षा की दृष्टि से इस स्थान का काफी खास महत्व है। इस जगह पर जहाजों को रास्ता दिखाने के लिए एक लाइट हाउस भी है, जिसकी शुरुआत साल 1972 में की गई थी। यह लाइट हाउस भारत के रास्ते मलेशिया या मलक्का स्ट्रेट की तरफ जाने वाले जहाजों को रास्ता दिखाता है। इस बिंदु का नाम भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर पड़ा था।
2011 की जनगणना के अनुसार यहां मात्र 4 परिवार
इंदिरा प्वाइंट पर कैंपबेल खाड़ी में एक छोटा सा गांव स्थित है। इस गांव को मिनी पंजाब के नाम से जाना जाता है। इस जगह पर एक गुरुद्वारा भी है। कैंपबेल खाड़ी को भारत के सबसे रहस्यमय स्थानों में गिना जाता है। 2011 की जनगणना रिपोर्ट की मानें तो यहां पर केवल 4 परिवार ही रहता है, जिनकी कुल सदस्यों की संख्या 27 है। यहां पर बड़ी मात्रा में सैनिक तैनात रहते हैं।
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भगवान राम से भी जुड़ा है इंदिरा प्वाइंट
इस जगह का संबंध भगवान राम से भी है। पौराणिक कथा के अनुसार जब भगवान राम ने लंका में जाने के लिए समुद्र से रास्ता मांगा तो उसने भगवान को रास्ता दिखाने से मना कर दिया। इसके बाद भगवान क्रोधित हो उठे और अपना धनुष बाण उठा लिया। इसे देख समुद्र ने अपनी गलती के लिए भगवान राम से क्षमा मांगी और उन्हें रास्ता दिखाया। उसी समय से एक तरफ का समुद्र शांत है और दूसरी तरफ में काफी विशाल लहरें उठती रहती हैं। इस जगह से बंगाल की खाड़ी काफी शांत दिखती है। वहीं मन्नार की खाड़ी में काफी तेज लहरें उठती हैं।
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Published on:
06 Jan 2023 04:17 pm
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