दरअसल, संदेशखाली में बड़ी संख्या में हिंदू महिलाओं ने तृणमूल नेता शाहजहां शेख और उसके पोषित गुंडों पर जबरन जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बंगाल पुलिस की मिलीभगत के कारण कई महीनों तक इनकी आवाज को दबाया गया। शिकायत को दर्ज नहीं किया गया। कम उम्र को महिलाओं को चिन्हित करके उन्हें घर से उठाया गया।
इस तरह के कई मामले को लेकर ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसके अलावा जब 5 जनवरी को राशन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की एक टीम पर शेख के घर गई तो उस समय हमला किया गया। इस हमले में तीन अधिकारी जख्मी हो गए थे। इसके बाद से ही शाहजहां शेख फरार था।