
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना (उद्धव गुट) की प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी पिछले कई दिनों से लगातार खबरों में बनी हुई है। इस बार वह अपने किसी बयान को लेकर नहीं, बल्कि अपनी निजी जिंदगी को लेकर चर्चा में हैं। दरअसल, प्रियंका चतुर्वेदी को मोदी सरकार के खिलाफ मुखरता से अपनी बात रखने के लिए जाना जाता हैं। वह किसी भी मुद्दे पर सरकार को संसद से लेकर सड़क तक घेरती है।
लेकिन इस बार वह अपने बेटे के कॉलेज फीस को लेकर घिर गई हैं। लोग X (पहले ट्विटर) पर #JawabDoPriyankaChaturvedi की मदद से उनकी सैलरी और संपत्ति पर सवाल उठा रहे हैं। साथ ही कुछ लोग प्रियंका पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का गंभीर आरोप लगा रहे हैं।
प्रियंका के बेटे की कॉलेज फीस है 50 लाख रुपए
कुछ दिनों पहले फैक्ट्स नामक एक ट्विटर पेज ने दावा किया कि प्रियंका चतुर्वेदी का बेटा अर्णव चतुर्वेदी जिस यूनिवर्सिटी में फिजिक्स की पढ़ाई कर रहा है उसकी सालाना फीस 50 लाख रुपए है। वहीं, प्रियंका ने अपने चुनावी शपथ पत्र में बताया था कि उनकी सालाना आय 9 लाख रुपए है। वहीं, उनके पति उनके पति सालाना 50 लाख रुपये कमाते हैं। बता दें कि प्रियंका का बेटा अर्णव अमेरिका की Illinois-Urbana Champagne विश्वविद्यालय में पढ़ता है।
लोगों ने चलाया हैशटैग
इस खबर के सामने आते ही लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X(पूर्व में ट्विटर) पर प्रियंका से सवाल करना शुरू कर दिया। लोग उनके और उनके पति की सैलरी और संपत्ति पर सवाल उठा रहे हैं। लोगों ने बकायदा उनके खिलाफ #JawabDoPriyankaChaturvedi का हैशटैग चलाकर जवाब मांगा। बता दें कि प्रियंका के पति बिजनेस कंसलटेंट हैं। और उनकी सालाना आय 50 लाख के करीब है। इस बात की जानकारी खुद शिवसेना सांसद ने दी। वहीं, खुद उनके पास 9 करोड़ प्लस की संपत्ती है। वहीं उनके ऊपर 60 लाख से ज्यादा की देनदारी है।
पद का दुरुपयोग करने का आरोप
इस दौरान लोगों ने प्रियंका से सवाल पूछने के दौरान उन पर भ्रष्टाचार में शामिल होने जैसा गंभीर आरोप लगाया। X पर एक यूजर ने पूछा कि प्रियंका चतुर्वेदी जी, आपके बेटे अरनव की शिक्षा का खर्च हर साल बहुत अधिक है। कौन इस खर्च को उठा रहा है? चूंकि आप एक पब्लिक फिगर हैं। इसलिए हमें यह जानना चाहिए। यदि कोई कंपनी या संगठन अरनव की शिक्षा का भुगतान कर रहा है, तो वे आपके राज्यसभा सदस्य के रूप में पद का दुरुपयोग कर सकते हैं और अपने लिए फायदेमंद मुद्दों को उठा सकते हैं। कई गरीब और मेधावी छात्र आपके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद है कि अरनव की शिक्षा का भुगतान करने वाला संगठन अन्य योग्य भारतीय बच्चों को भी मदद करेगा।
वहीं, फैक्ट्स ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ सूत्रों के मुताबिक, अरनव की फीस एक बड़ी कंपनी की ओर से संचालित एक फाउंडेशन भुगतान करती थी। क्या आप कृपया इसकी कर सकती हैं कि क्या यह सच है? और अगर सच है, तो क्या आपने अपने राज्यसभा सदस्य के पद का इस कंपनी के हितों के लिए इस्तेमाल किया था?
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Published on:
17 Sept 2023 05:29 pm
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