राष्ट्रीय

LS Monsoon Session: हंगामे से परेशान हुए स्पीकर Om Birla, केसी वेणुगोपाल पर तंज कसा, पूछा- क्या आप सदन बाधित करना सिखाते हैं?

OM BIRLA: लोकसभा अध्यक्ष ओम विरला ने लोकसभा में विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आपको लाखों मतदाताओं ने संसद में अपने मुद्दे उठाने के लिए भेजा है ना कि सदन में व्यवधान डालने के लिए।

2 min read
Jul 24, 2025
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Photo: IANS)

Monsson Session: लोकसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन भी सदन में हंगामा जारी रहा। गुरुवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों के सांसद सदस्य आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। इस पर अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने न केवल प्रदर्शनकारी कांग्रेस सांसदों को पार्टी के गौरवशाली अतीत की याद दिलाई, बल्कि सदन में ऐसी 'हस्तक्षेप' न करने की चेतावनी भी दी।

ये भी पढ़ें

Plane Crash In Bangladesh: डॉक्टरों की टीम पहुंची ढाका, बांग्लादेश स्वास्थ्य के मामले में भारत पर कितना निर्भर? आंकड़ों और तथ्यों से जानें

सदन में विपक्षी नेताओं के हंगामे से परेशान हुए ओम बिरला

ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों के बार-बार हंगामे करने पर क्षुब्ध होकर वरिष्ठ सांसद के.सी. वेणुगोपाल (KC Venugopal) की ओर इशारा करते हुए कांग्रेस सांसदों के जोरदार विरोध और नारेबाजी (Congress MPs Protests in LS) का जिक्र करते हुए पूछा, "क्या आप उन्हें सदन को बाधित करने के ऐसे तरीके सिखाते हैं?"

'संसद में आप जनता के मुद्दों पर बहस के लिए आते हैं'

लोकसभा अध्यक्ष ने प्रदर्शनकारी सांसदों से कहा कि संसद जनता के मुद्दों पर बहस के लिए है, प्रदर्शनों के लिए नहीं और अब समय आ गया है कि वे अपना रवैया सुधारें, क्योंकि राष्ट्र और देशवासी सब देख रहे हैं। संसद में लगातार चौथे दिन सरकार-विपक्ष के बीच गतिरोध रहा, जिसके कारण विधायी कार्य बाधित हुआ।

विपक्ष बिहार में SIR पर बहस कराने की मांग पर अड़ा

SIR Bihar Row: लोकसभा में विपक्ष बिहार में ECI की मतदाता सूची संशोधन पर तत्काल बहस की मांग कर रहा है और इसे मतदाताओं के कुछ वर्गों को मताधिकार से वंचित करने के लिए ‘सरकार द्वारा प्रायोजित’ अभ्यास बता रहा है। प्रश्नकाल के दौरान सदन में व्यवधान उत्पन्न हुआ। इस पर आपत्ति जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रदर्शनकारी सांसदों (Protest in Loksabha) को इस तरह के व्यवहार से बचने की सलाह दी क्योंकि इससे जनता के प्रश्न उठाने की पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया पटरी से उतर जाती है।

'सदन की मर्यादा बनाए रखने में सभी का हो योगदान'

ओम बिरला ने कहा, "जवाबदेही और पारदर्शिता हमारे लोकतंत्र की आधारशिला हैं। सदन की गरिमा और मर्यादा बनाए रखने में सभी को योगदान देना चाहिए। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, हमें उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए और मानक स्थापित करने चाहिए।"

के. सी. वेणुगोपाल को अध्यक्ष Om Birla ने आड़े हाथों लिया

ओम बिरला के कई बार समझाने पर भी जब विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए और व्यवस्था बहाल नहीं हुई तो अध्यक्ष ने अपनी आवाज ऊंची की और सदन में लगातार नारेबाजी और तख्तियां लहराने के लिए कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल को आड़े हाथों लिया। बिरला ने प्रदर्शनकारी सांसदों से कहा, "आप एक बहुत पुरानी पार्टी के सदस्य हैं। इस पार्टी ने नए मानदंड स्थापित करने और अच्छे आचरण के मानदंड स्थापित करने के कई उदाहरण दिए हैं लेकिन आज नेताओं की नई पीढ़ी पूरी तरह से इसे भूल रही है।" उन्होंने लगातार नारेबाजी और तख्तियां लहराने की ओर इशारा करते हुए कहा कि नए युग के नेताओं का आचरण समझ से परे है और निंदनीय भी है।

'आप करदाताओं के करोड़ों रुपये बर्बाद कर रहे हैं'

उन्होंने कहा, "आप लोग करदाताओं के करोड़ों रुपये बर्बाद कर रहे हैं। आपको लाखों मतदाताओं ने संसद में भेजा है, सदन में व्यवधान डालने के लिए नहीं, बल्कि अपने मुद्दे उठाने के लिए।" उन्होंने तख्तियां लहराने के खिलाफ भी चेतावनी दी और कहा कि इस तरह का व्यवहार बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जाएगा।

(स्रोत-IANS)

ये भी पढ़ें

राजनीति में पिता से कई बार जुदा हुई बेटों की राहें, जानिए, अनिल एंटनी, जयंत से लेकर Tej Pratap Yadav तक की कहानियां

Also Read
View All

अगली खबर