21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Women’s Day : अब सास भी करेगी संसदीय राजनीति, सुधा मूर्ति राज्यसभा के लिए मनोनीत

Sudha Murthy nominated to Rajya Sabha : मशहूर बिजनेसमैन और इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति को राज्य सभा के लिए मनोनीत किया गया है।

2 min read
Google source verification
sudha_murty99.jpg

Sudha Murthy nominated to Rajya Sabha: मशहूर बिजनेसमैन और इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति को राज्य सभा के लिए मनोनीत किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 8 मार्च को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राज्यसभा के लिए नामित किया गया है। बता दें कि सुधा मूर्ति की बेटी अक्षता की शादी ऋषि सुनक से हुई जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं। दामाद के बाद अब सास भी राजनीति करेगी।

पीएम मोदी ने दी सुधा मूर्ति को बधाई

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। अब एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बताया गया है कि उनके पीएम बनने के पीछे कौन हैं। असल में, वीडियो ब्रिटिश प्रधानमंत्री की सास और दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति का है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि उनकी बेटी की वजह से ऋषि सुनक ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बने हैं।

कौन हैं सुधा मूर्ति?

सुधा मूर्ति का जन्म 19 अगस्त 1950 को शिगांव में हुआ। उनकी शादी साल 1978 में इनंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति से हुई है। उनकी एक बेटी अक्षरा मूर्ति और बेटे का नाम रोहन मूर्ति है। सुधा मूर्ति इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष होने के साथ एक टीचर और राइटर भी हैं। सुधा ने कई किताबें भी लिखी हैं। प्रसिद्ध लेखिका, परोपकारी और इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति को 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

जानिए कौन हैं ऋषि सुनक

साल 2009 में अक्षता और ऋषि सुनक की शादी बेंगलुरु में भारतीय रीति-रिवाज से हुई। ऋषि सुनक की शुरुआती पढ़ाई इंग्लैंड के विनचेस्टर कॉलेज से हुई। इसके बाद उनकी आगे की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड से हुई है। उन्होंने साल 2014 में पहली बार राजनीति में कदम रखा। इसके अगले साल 2015 में सुनक ने रिचमंड से चुनाव लड़ा। इसमें उनकी विजय हुई। इसके बाद साल 2017 में उन्होंने फिर जीत मिली। 13 फरवरी 2020 को उन्हें इंग्लैंड का वित्त मंत्री बनाया गया।