
कुछ लोग अपनी ड्यूटी इतने शिद्दत से निभाते हैं कि हमेशा के लिए लोगों की स्मृति में समा जाते हैं। कुछ ऐसा ही कोंकण रेलवे जोन में तैनात टै्रकमैन महादेवा ने किया। महादेव ने सूझबूझ और हिम्मत से बड़ा हादसा होने से रोक दिया। सुबह 4.50 बजे कुमटा और होन्नार रेलवे लाइन के बीच महादेवा ने पटरी के जॉइंट पर वेल्डिंग खुली देखी तो उसके होश उड़ गए। इसी वक्त तिरुवनंतपुरम से राजधानी एक्सप्रेस के आने का समय हो रहा था। उसने तत्काल कुमटा रेलवे स्टेशन से संपर्क किया और ट्रेन रुकवाने की बात कही, लेकिन तब तक राजधानी एक्सप्रेस कुमटा स्टेशन पार कर चुकी थी।
महादेवा ने सीधे लोको पायलट से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुआ। इसके बाद महादेव ने बिना एक पल गंवाए उसी दिशा में दौड़ लगानी शुरू कर दी, जिस तरफ से ट्रेन आ रही थी। पांच मिनट में वह 500 मीटर दौडकऱ वह ट्रेन रुकवाने में सफल हो गया। इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने कर्मचारी भेजकर जॉइंट ठीक करवाया और फिर ट्रेन रवाना हुई। देवदूत बने महादेवा को सैकड़ों जिंदगियां बचाने पर कोंकण रेलवे के अधिकारियों ने 15 हजार रुपए देकर सम्मानित किया।
Updated on:
09 Sept 2024 11:28 am
Published on:
08 Sept 2024 07:39 am
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
