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उत्तर सिक्किम में फंसे पर्यटकों को निकालने का काम शुरू, चुंगथांग में फंसे हैं चुंगथांग में 1200 से अधिक देशी और विदेशी

चुंगथांग में 1200 से अधिक घरेलू यात्री और 10 बंगलादेशी, तीन नेपाल और दो थाईलैंड के कुल 15 विदेशी पर्यटक 2,900 मीटर की ऊंचाई पर फंस हुए हैं। मूसलाधार बारिश के कारण आई विनाशकारी बाढ़ के कारण भूस्खलन और ऊपर से चट्टानें और बोल्डर गिरने के कारण इस क्षेत्र में वाहन यातायात बाधित हो गया था।

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सिक्किम में गंगटोक से 115 किलोमीटर दूर लाचुंग में 12 जून से फंसे पर्यटकों को मौसम में सुधार आने के बाद सुचारू रूप से निकालने का काम शुरू हो गया है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।उत्तरी जिला मुख्यालय में मंगन पुलिस अधीक्षक सोमन देचू भूटिया ने कहा कि भारतीय सेना, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), राज्य प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों की मदद से सोमवार को ऊपरी पहाड़ियों से गंगटोक के साथ सुरक्षित दूरी पर संयुक्त निकासी प्रयास शुरू किया। फिलहाल किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली है।

चुंगथांग में 1200 से अधिक घरेलू यात्री और 10 बंगलादेशी, तीन नेपाल और दो थाईलैंड के कुल 15 विदेशी पर्यटक 2,900 मीटर की ऊंचाई पर फंस हुए हैं। मूसलाधार बारिश के कारण आई विनाशकारी बाढ़ के कारण भूस्खलन और ऊपर से चट्टानें और बोल्डर गिरने के कारण इस क्षेत्र में वाहन यातायात बाधित हो गया था।सूत्रों ने बताया कि होटल और होमस्टे के अलावा, फंसे हुए लोगों में से अधिकांश ने चुंगथांग के एक गुरुद्वारे में शरण ली है।

सेना के द्वारा बचाए जाने के बाद गंगटोक जाते समय एक पर्यटक ने सिक्किम सरकार, भारतीय सेना और बीआरओ को धन्यवाद दिया और क्षेत्र में और उसके आसपास 200 भूस्खलन होने की घटना के बारे में जानकारी दी। बीआरओ ने 12 जून की रात को सिक्किम में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद चुंगथांग से आगे फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए एक महत्वपूर्ण बचाव अभियान सफलतापूर्वक शुरू और क्रियान्वित किया है।

बीआरओ ने कहा है कि चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति के बावजूद, बीआरओ ने मंगन के जिला प्रशासन के सहयोग से अपने बचाव प्रयासों में असाधारण समर्पण और दक्षता का प्रदर्शन किया है। फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए 17 जून को शुरू हुए बचाव अभियान को खराब मौसम के कारण काफी बाधाओं का सामना करना पड़ा। हालाँकि, बीआरओ टीमों के लचीलेपन और दृढ़ संकल्प के कारण शाम तक 50 पर्यटकों को सफलतापूर्वक निकाला लिया था।

बीआरओ की त्वरित प्रतिक्रिया और रणनीतिक योजना ने फंसे हुए व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिकूल परिस्थितियों पर काबू पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बीआरओ ने यह भी स्वीकार किया कि उसके निकासी मिशन को मंगन के जिला प्रशासन से लगातार सहयोग मिला और उन्हाेंने आज अपने बचाव अभियान को तेज किया है।

संयुक्त प्रयासों के परिणामस्वरूप 500 से अधिक पर्यटकों को सफलतापूर्वक निकाला गया। जिससे उन्हें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित मार्ग तक पहुंचया गया है। कई इलाकों में आये भूस्खलनों को साफ़ करने में बीआरओ के अथक प्रयास से पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। बाधित रास्तों को साफ करने और सम्पर्क बहाल करने में बीआरओ की भूमिका सराहनीय रही है। मलबे को हटाने और प्रभावित क्षेत्रों को स्थिर करने में उनके अथक काम ने न केवल पर्यटकों की सुरक्षित निकासी संभव हो सक है।

बयान में कहा गया, “सफल बचाव अभियान प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए बीआरओ की तैयारी और क्षमता को रेखांकित करता है। संगठन संकट में सभी व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अपने मिशन के लिए समर्पित है, और सिक्किम में उनके हालिया प्रयास इस प्रतिबद्धता का ज्वलंत उदाहरण हैं।”