
करंट मारने वाली हजारों मछलियां मृत मिलीं, जल प्रदूषण या समुद्र की हीटवेव साबित हुई जानलेवा
वेलिंगटन. न्यूजीलैंड के नॉर्थ आइलैंड में कऊरीटूथी स्ट्रीम के पास 3,500 से ज्यादा ईल मछलियां मृत पड़ी मिलीं। सांप जैसी ईल को करंट मारने वाली मछली के तौर पर जाना जाता है। एक साथ इतनी मछलियों की मौत कैसे हुई, अधिकारी इसका पता लगाने में जुटे हैं। आशंका जताई जा रही है कि प्रदूषित पानी या समुद्र की हीटवेव मछलियों के लिए जानलेवा साबित हुई।मछलियां एक स्ट्रीम में मृत मिलीं। स्ट्रीम की देखभाल करने वाले ग्रुप की सदस्य होना एडवर्ड का कहना है कि स्ट्रीम के पानी की गुणवत्ता में लगातार कमी आ रही है। काई की मात्रा बढऩे से पानी में ऑक्सीजन कम होती जा रही है। स्ट्रीम के ज्यादातर हिस्से में बहाव नहीं होने से भी ऑक्सीजन घट गई है। इस साल न्यूजीलैंड में इस तरह की यह दूसरी घटना है। एक महीने पहले न्यूजीलैंड के दूसरे छोर पर हजारों मछलियां मृत मिली थीं। तब पता चला था कि वहां पानी में भारी प्रदूषण था।
दूसरे देशों में भी हुईं ऐसी कई घटनाएं
पिछले साल दिसंबर में जापान में करीब 1,300 टन सार्डीन्स और मैकेरेल मछलियां तट के पास मरी मिली थीं। इससे पहले टेक्सास के गल्फ कोस्ट के पास हजारों मछलियों के शव मिले थे। पिछले साल मार्च में ऑस्ट्रेलिया की एक नदी में लाखों मछलियां हीटवेव के कारण मर गईं। पोलैंड और जर्मनी के बीच बहने वाली ओडर नदी में 2022 में 300 टन मछलियों के शव मिले थे।
इको सिस्टम प्रभावित
दो साल पहले एक रिपोर्ट में बताया गया था कि अमरीका के मिनिसोटा और विस्कॉन्सिन की झीलों में मछलियों की सामूहिक मौत के मामले बढ़ गए हैं। बाढ़ के पानी में बहकर मछलियों के शव समुद्र में पहुंचने से वहां की मछलियों और इको सिस्टम पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
Published on:
03 Apr 2024 12:24 am
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