इधर हिंसा, उधर 1 किमी दूर निकलीं 55 बारातें, सामहूिक सर्वजातीय विवाह इस भारी हिंसा के बीच भी जब जोधपुर (Jodhpur Violence) में दोपहर को भारी दहशत का माहौल था ठीक उसी वक्त जालोरीगेट के नजदीक एक किमी दूर गांधी मैदान में गोल बिल्डिंग से सर्वधर्म जाति के 55 दूल्हे दोपहर 12.15 बजे गाजे-बाजों व बारातियों के साथ अपनी-अपनी जीवन संगिनियों के साथ परिणय सूत्र में बंधने घोड़े पर सवार होकर अपने भावी दाम्पत्य जीवन के सपने बुन रहे थे। यही नहीं जब सामूहिक बारात जब सरदारपुरा होते हुए विवाह स्थल गांधी मैदान पहुंची तो पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। सामूहिक विवाह समारोह में जोधपुर महानगर सहित जिले के बिलाड़ा, लोहावट, आऊ, ओसियां, कुड़ी, प्रतापनगर, गुलाब नगर आदि क्षेत्रों के जोड़े शामिल हुए। सूरसागर बड़ा रामद्वारा के महंत संत रामप्रसाद सभी जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया। मुख्य आचार्य पं. जेठूराम के सान्निध्य में पाणिग्रहण संस्कार की रस्में पूरी की गई। शाम 4 बजे सभी जोड़ों को गृह उपयोगी आवश्यक वस्तुओं के साथ विदाई दी गई। योग्यशाला संस्था के तत्वावधान और समाजसेवी अभिषेक चौधरी के संयोजन में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ है।
यूं हुई दंगों की शुरुआत बता दें, मोती चौक के सुनारों की गली में मंदिर के पास भीड़ में शामिल एक युवक ने दीपक सिंह की पीठ में चाकू घोंप दिया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। सदर बाजार थाने में मामला दर्ज किया गया। इस बीच, पुलिस ने आज 4 मई मध्यरात्रि 12 बजे तक कमिश्नरेट के दस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है। सोमवार देर रात सर्किल पर धार्मिक झण्डा लगाने को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया था, जिसको लेकर एक-दूसरे पर पथराव किया गया था।
पुलिस ने आंसू गैस व हल्का बल प्रयोग कर एक गुट के लोगों को खदेड़ दिया था, लेकिन दूसरे गुट के लोग धरने पर बैठ गए थे। नारेबाजी करने पर दूसरे गुट के लोग आक्रोशित हो गए थे। रात डेढ़ बजे फिर से पथराव कर दिया गया था। इस पथराव में डीसीपी भुवन भूषण यादव, उदयमंदिर थानाधिकारी अमित सिहाग सहित पांच-छह पुलिसकर्मियों के चोटें आईं थी।
ईद के दिन फिर हो गया बवाल ईद के चलते मंगलवार सुबह जालोरी गेट ईदगाह में मुख्य नमाज अदा करने के कुछ देर बाद बड़ी संख्या में लोग जालोरी गेट सर्किल पहुंचे। वे सर्किल में मूर्ति पर लगा धार्मिक झण्डा हटाने लगे, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें रोक लिया। लोगों का हुजूम जबरदस्ती सर्किल में जाने लगा। पुलिस जाब्ते ने उन्हें रोके रखा। इतने में कुछ युवकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। पथराव से कुछ पुलिसकर्मियों के चोट भी आईं। इस पर पुलिस ने बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस व आरएसी जवानों ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा।
अब तक 10 थाना क्षेत्रों में Curfew पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय व यातायात) राजकुमार चौधरी ने दोपहर में आदेश जारी कर कमिश्नरेट के दस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। आदेश के तहत पूर्वी जिले के उदयमंदिर, सदर बाजार, सदर कोतवाली, नागौरी गेट व खाण्डा फलसा और पश्चिमी जिले के प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर व सरदारपुरा थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। यह 3 मई दोपहर एक बजे से 4 मई मध्यरात्रि 12 बजे तक लागू रहेगा। यह अवधि बढ़ाई भी जा सकेगी। इन थाना क्षेत्रों में कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति अपने गृह सीमा से बाहर नहीं निकल सकेगा। यह आदेश कानून-व्यवस्था में लगे पुलिस अधिकारी या कर्मचारी, पुलिसकर्मी और कर्फ्यू पासधारियों पर लागू नहीं होगा। पुलिस ने खदेड़ा तो उपद्रव कर रहे लोग भागने लगे। इस दौरान उन्होंने जालोरी गेट से शनिश्चरजी का थान के बीच सड़क किनारे खड़ी एक दर्जन कारों व अन्य वाहनों के शीशे फोड़ दिए। दो एटीएम में भी तोड़-फोड़ की गई। एक-दो दुकानों पर भी पत्थर फेंके गए। उपद्रवियों ने जालोरी गेट के भीतर विधायक सूर्यकांता व्यास के घर के निकट एक बाइक में आग लगा दी।
मोबाइल इंटरनेट रहेगा 4 May को भी बंद कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने एक लिखित आदेश जारी कर 3 मई रात एक बजे से अग्रिम आदेश तक मोबाइल इंटरनेट (2जी, 3जी व 4जी ) सेवा, बल्क एसएमएस, एमएमएस को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया है। वॉइस कॉल, ब्रॉडबैण्ड इंटरनेट व लीज लाइन को इससे मुक्त रखा गया है।
कर्फ्यू क्षेत्र में बंद रहेंगे स्कूल जोधपुर. कलक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस के आला अधिकारियों ने देर रात सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता करके कर्फ्यू क्षेत्र में छूट को लेकर जानकारी दी। कलक्टर ने बताया कि कर्फ्यू क्षेत्र में बिजली, पानी, चिकित्सा जैसी आपातकालीन सेवाएं यथावत रहेगी। शेष सेवाएं आगामी आदेश तक बंद रहेगी। कर्फ्यू क्षेत्र के स्कूल भी बंद रहेंगे हालांकि कर्फ्यू क्षेत्र में अगर किसी स्कूल में परीक्षा संचालित हो रही है तो परीक्षार्थी अपना एडमिट कार्ड पास के तौर पर उपयोग कर सकेगा।
इन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय व यातायात) राजकुमार चौधरी ने दोपहर में आदेश जारी कर कमिश्नरेट के दस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। आदेश के तहत पूर्वी जिले के उदयमंदिर, सदर बाजार, सदर कोतवाली, नागौरी गेट व खाण्डा फलसा और पश्चिमी जिले के प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर व सरदारपुरा थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। यह 3 मई दोपहर एक बजे से 4 मई मध्यरात्रि 12 बजे तक लागू रहेगा। यह अवधि बढ़ाई भी जा सकेगी। इन थाना क्षेत्रों में कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति अपने गृह सीमा से बाहर नहीं निकल सकेगा। यह आदेश कानून-व्यवस्था में लगे पुलिस अधिकारी या कर्मचारी, पुलिसकर्मी और कर्फ्यू पासधारियों पर लागू नहीं होगा।
मुख्यमंत्री गहलोत भाजपा के निशाने पर भाजपा सांसद व केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहाकि जब जोधपुर के भाईचारे, शांति और सौहार्द को फूंका जा रहा था, उस समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर में अपने जन्मदिन की शुभकामनाएं व गुलदस्ते ले रहे थे। देर रात से शहर में तनाव शुरू हो गया, लेकिन उन्होंने दोपहर में जाकर ट्विट करके शांति की अपील की। शेखावत ने जोधपुर का माहौल बिगडऩे के लिए राज्य सरकार के बेजां हस्तक्षेप को जिम्मेदार ठहराया।
जब शहर के भाईचारे को फूंका जा रहा था, मुख्यमंत्री जन्मदिन के गुलदस्ते ले रहे थे सर्किट हाउस में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शेखावत ने कहा कि प्रदेश में करौली सहित अन्य स्थानों पर फैली दुर्भावना की तपिश जोधपुर तक पहुंच गई। रात में दोनों पक्षों के मध्य सौहार्द बिगडऩे के बावजूद सुबह पुलिस ने कोई तैयार नहीं की। सुबह की नमाज के बाद ऐसा क्या हो गया कि एक गुट के लोग एक राय होकर निकलते हैं और हुड़दंग, दुकानों व घरों में घुसकर मारपीट, गाडिय़ों के शीशे तोडऩा जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। सभी के पास एक जैसे रंग के पत्थर थे। यह घटना भी प्रदेश में पूर्व में घटित ऐसी घटनाओं की तरह साजिश का परिणाम हो सकती है।
पुलिस अदृश्य दबाव में थी इस दौरान पुलिस व प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ था। शेखावत ने कहा कि पुलिस अदृश्य दबाव में थी इसलिए जानबूझकर त्वरित प्रतिक्रिया नहीं दी। पुलिस एफआईआर भी दर्ज करने से कतरा रही थी। दबाव आने पर मामले दर्ज किए गए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी इस पर फीड बैक लिया है। अगर पुलिस दोषियों पर कार्यवाही नहीं करती है तो जालोरी गेट के बाहर विशाल धरना दिया जाएगा।
शहर विधायक घर में छिपकर बैठी शेखावत ने कहा कि शहर में तनाव के दौरान शहर की विधायक मनीषा पंवार गायब थी। आखिर वह किस दबाव में घर में छिपकर बैठी रही? एक्शन में सीएम गहलोत
उधर, जोधपुर की घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार सुबह उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक ली (CM Ashok Gehlot)। वे अपने जन्मदिन के सभी कार्यक्रम निरस्त कर सीएमओ पहुंचे और अधिकारियों को कहा कि दंगा करने वालों से सख्ती से निपटें और थाना स्तर पर असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने बैठक के दौरान जोधपुर के विभन्न स्थलों के लाइव फुटेज भी देखे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधी चाहे किसी धर्म, जाति या वर्ग का हो, अपराध में उसकी संलिप्तता पाए जाने पर उसे बख्शा नहीं जाए।
जन्मदिन के सभी कार्यक्रम निरस्त, सख्ती के निर्देश
सोशल मीडिया पर भ्रामक संदेश फैलाने वालो पर नजर रखी जाए। जल्द प्रदेश के सभी थाना स्तर पर कम्यूनिटी लाइजन ग्रुप की बैठक बुलाकर शांति का माहौल कायम करने तथा कम्यूनिटी पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए कहा। बैठक में मुख्य सचिव उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार, डीजी इंटेलीजेंस उमेश मिश्रा, एडीजी क्राइम आरपी मेहरड़ा, एडीजी कानून-व्यवस्था हवासिंह घुमरिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मंगलवार को 71वां जन्मदिन था, लेकिन जोधपुर की घटना की समीक्षा के चलते निवास पर मुलाकात के सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए। शाम 4 बजे मुख्यमंत्री निवास पर रखे गए स्मृति चिह्नों एवं उपहारों के ऑक्शन कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया गया। अब यह कार्यक्रम 5 मई को होगा। इससे पहले मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से अपील की कि वे उन्हें शुभकामना के संदेश भेज दें। मुख्यमंत्री निवास पर शुभकामना प्रेषित करनेन पहुंचें।
गृह राज्यमंत्री की अगुवाई में उच्च स्तरीय दल जोधपुर आया कानून व्यवस्था की निगरानी के लिए तत्काल गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव, जोधपुर के प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग, एसीएस गृह अभय कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) हवासिंह घुमरिया को हेलिकॉप्टर से तत्काल जोधपुर रवाना किया।