
Agri Drone:
Budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में यूनियन बजट पेश किया। सरकार ने इस बजट में कृषि क्षेत्र में भी काफी फोकस रखा है। सरकार ने कृषि में ड्रोन का इस्तेमाल करने की योजना सामने रखी है। वित्त मंत्री ने संसद में बजट पेश करते हुए कहा कि समावेशी विकास सरकार की आगे बढ़ने की चार प्राथमिकताओं में से एक है। समावेशी विकास के हिस्से के रूप में, सरकार फसल मूल्यांकन, भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए 'किसान ड्रोन' के उपयोग को बढ़ावा देगी।
- गूगल मेप की मदद से खेत का नक्शा चुनने के बाद यह अपने आप खेत में स्प्रे करता है।
- दवा अथवा बैटरी खत्म होने की स्थिति में ड्रोन वापस अपनी जगह पर लौट आता है।
- ड्रोन से दवा के छिड़काव से किसानों को खेतों में नहीं जाना पड़ता, जिससे फसलों को नुकसान नहीं पहुंचता और किसान भी दवाओं से होने वाले दुष्प्रभाव से बचता है।
- ड्रोन से होने वाले छिड़काव में दवा का भी कम इस्तेमाल होता है और कम समय में पूरे खेत में एक समान छिड़काव होता है।
- गन्ना, मक्का, अरहर जैसी फसलों एवं धान के खेत जहां पानी भरा होता है, ड्रोन से दवा का छिड़काव उपयोगी साबित होता है।
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- समय पर बीमारियों का पता चलने से किसानों की इनपुट लागत कम होगी और उत्पादन बढ़ सकेगा।
- इसके अलावा ड्रोन का इस्तेमाल कीटनाशकों और पोषकतत्वों को छिड़काव भी किसानों की काफी मदद करेगा।
- इससे एक बड़े क्षेत्रफल में महज कुछ घंटों में कीटनाशक या दवाओं का छिड़काव किया जा सकता है।
- समय की बचत होगी और सबसे बड़ा फायदा यह होगा की सही समय पर खेतों में कीट प्रबंधन किया जा सकेगा। बता दें कि, देश के विभिन्न राज्यों में टिड्डियों के हमलों को रोकने के लिए पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था।
Updated on:
01 Feb 2022 04:28 pm
Published on:
01 Feb 2022 03:44 pm
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