Air India को अपने 3 सीनियर अफसरों को टर्मिनेट करने का आदेश दिया गया है। एविशन नियामक Directorate General of Civil Aviation (DGCA) ने जिन अधिकारियों को निकालने को एयरलाइन से कहा है वे क्रू की ड्यूटी लगाने और उसकी प्लानिंग से जुड़े हैं। उन पर घोर लापरवाही का आरोप है। इनमें एक पुरुष और दो महिला अफसर शामिल हैं। DGCA ने अपने 20 जून के ऑर्डर में Tata Group की एयरलाइन को इन तीनों अफसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को भी कहा है। एयर इंडिया ने कहा कि उसने तीनों अफसरों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
Air India ने जिन 3 लोगों को हटाया है, उनमें डिविजनल VP चूरा सिंह, क्रू शेड्यूलिंग डायरेक्ट्रेट ऑफ ऑपरेशंस में चीफ मैनेजर पिंकी मित्तल और क्रू शेड्यूलिंग प्लानिंग की पायल अरोड़ा शामिल है। एयरलाइन ने कहा कि अब कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग अफसर Integrated Operations Control Centre (IOCC) की निगरानी करेंगे। एयरलाइन सभी सेफ्टी प्रोटोकॉल और स्टैंडर्ड प्रैक्टिसेज का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। DGCA की कार्रवाई का आदेश तब आया है जब 12 जून के Ahmedabad Plane Crash के बाद एयरलाइन की सख्त स्क्रूटनी हो रही है।
1- DGCA ने अपने आदेश में कहा कि जिन लोगों पर कार्रवाई हुई है, वे लगातार नियम तोड़ रहे थे। क्रू के फ्लाइट उड़ाने के शेड्यूल और लाइसेंसिंग, उनके आराम और फौरी जरूरतों को नजरअंदाज कर ड्यूटी करवा रहे थे।
2- उसके मुताबिक नियम टूटने का पता ARMS से CAE फ्लाइट और क्रू मैनेजमेंट सिस्टम में परिवर्तन के बाद की समीक्षा के दौरान चला।
3- ARMS (Air Route Management System) एक सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है, जिसका इस्तेमाल एयरलाइन विभिन्न परिचालन और प्रबंधन कार्यों के लिए करती है। इसमें चालक दल की रोस्टरिंग और फ्लाइट प्लानिंग आदि शामिल हैं।
4- DGCA के मुताबिक क्रू की शेड्यूलिंग, कंप्लायंस की निगारानी और आंतरिक जवाबदेही में विफलताएं निकली हैं।
5- DGCA ने भी यह भी कहा कि ये तीनों अफसर ऐसी लापरवाही कई बार कर चुके हैं। अधिक चिंता की बात यह है कि इन परिचालन संबंधी खामियों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार प्रमुख अधिकारियों के खिलाफ अब तक सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
6- डीजीसीए के मुताबिक इन अधिकारियों को इतना तक नहीं पता कि क्रू की पेयरिंग कैसे होती है और पायलट के साथ कौन फिट बैठेगा। यहां तक कि ये लोग अनिवार्य लाइसेंसिंग और नवीनता मानदंडों का उल्लंघन और शेड्यूलिंग प्रोटोकॉल और निरीक्षण में फेल्योर सहित गंभीर और बार-बार की गई चूक में शामिल रहे हैं।
Updated on:
21 Jun 2025 03:13 pm
Published on:
21 Jun 2025 02:34 pm