डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) इंडस्ट्री अकादमिया (DIA) सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) आईआईटी दिल्ली ने अत्यधिक ठंड के मौसम में उपयोग होने वाले कपड़े, सूट, जैकेट तैयार किए हैं। शोधकर्ताओं का दावा है कि माइनस 60 डिग्री के तापमान की सर्द हवाओं में भी यह कपड़े, सूट जैकेट कारगर होंगे। इन कपड़ों में चार लेयर मौजूद हैं। साथ ही इन कपड़ों में एंटी माइक्रोबियल उत्कृष्ट नमी प्रबंधन के फीचर भी मौजूद हैं। इसका वजह 4 किलोग्राम है। इन कपड़ों की लाइफ भी लंबी है।
आईआईटी (IIT) दिल्ली के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित किए सूट, जैकेट में कई तरह के फीचर मौजूद हैं। इसमें पहली इंसूलेशन जैकेट वाटरप्रूफ, विंडप्रूफ है। इसमें थर्मल की कई लेयर्स मौजूद हैं। जिसके जरिए बारिश में, तेज हवाओं के दौरान यह जैकेट बचाव करेगी। साथ ही कई गंभीर तरह के मौसम में भी जैकेट पहने व्यक्ति सांस ले सकते हैं। दूसरी इंसूलेशन जैकेट में भी इसी तरह के कई फीचर मौजूद हैं। इन जैकेट को पहने हुए व्यक्तियों को अंदर से गर्मी भी महसूस नहीं होगी। आईआईटी दिल्ली के रिसर्च एंड इनोवेशन पार्क के डीआईए सीईई के डायरेक्टर एम एच रहमान और आईआईटी दिल्ली के टेक्सटाइल एंड फाइबर इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रो आर एस रंगासामी द्वारा इस प्रोडक्ट को विकसित किया गया है। शोधकर्ताओं ने कहा कि सैन्य कर्मियों के लिए यह जैकेट, सूट काफी लाभदायक होगा।
शनिवार को आईआईटी दिल्ली में आयोजित चौथे उद्योग दिवस में शोधकर्ताओं द्वारा विकसित की गई 80 से अधिक तकनीकों को प्रदर्शित किया गया। शोधकर्ताओं ने हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक वाहन रिसर्च, कम्युनिकेशन और सस्टेनेबल स्वच्छ ऊर्जा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में भविष्य के लिए तैयार समाधानों पर तकनीकों पर काम करते हुए उद्योग दिवस में ऐसे प्रोडक्ट प्रदर्शित किए। इस अवसर पर कार्यक्रम में आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो रंगन बनर्जी भी शामिल हुए।
सोलर पावर से चलने वाले इलेक्ट्रिक चार्जर किए तैयार
आईआईटी दिल्ली के रिसर्च एंड डेवलपमेंट के एसोसिएट डीन प्रो सुकुमार मिश्रा और संस्थान की पूर्व छात्र द्वारा स्थापित स्टार्टअप डिजाइन फोर्ज ने सोलर पावर से चलने वाले इलेक्ट्रिक चार्जर (ईवी) विकसित किया है। इस बारे में जानकारी देते हुए प्रो सुकुमार मिश्रा ने बताया कि यह ईवी ग्रामीण क्षेत्रों और पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के लिए काफी उपयोगी होगा। एक किलोवाट की क्षमता वाले इस ईवी के जरिए लोगों को इन क्षेत्रों में काफी सहुलियत प्रदान होगी। उन्होंने कहा कि इस ईवी के तहत हम ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाली कंपनियों के साथ भविष्य में साझेदारी करने की भी योजना तैयार कर रहे हैं।