नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में देश का नाम रोशन करते हुए गोल्ड पर निशाना लगाने वाली शूटर हिना सिद्धू अपने प्रदर्शन से काफी खुश हैं। सिद्धू ने कहा है कि पदक जीतना उनके लिए काफी मायने रखता है। साथ ही उन्होंने कहा है कि एथलिट्स को फंड्स की जरूरत है जिससे उन्हे अच्छा कोच और फिजियोथेरेपिस्ट मिल सकें। अपने इस इंटरव्यू में हिना सिद्धू ने गोल्ड जीतने के पलों के बारे में खुलकर बात की है।
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लगाया गोल्ड पर निशाना
हिना सिद्धू ने 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग के 25 मी. पिस्टल इवेंट में सोने का मेडल जीता है। इससे पहले हिना 10 मीटर में एयर पिस्टल वर्ग में रजत पदक जीत चुकी हैं। अब कॉमनवेल्थ गेम्स में हिना के 2 गोल्ड मेडल हो गए हैं। 2010, दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में हिना ने पेयर्स 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड जीता था। हिना राष्ट्रमंडल खेलों में 2 सिल्वर भी जीत चुकी हैं। 29 अगस्त 1989 को पंजाब के लुधियाना में जन्मी हिना दाएं हाथ औ दाई आंख से अपने लक्ष्य को भेदती हैं। 07 अप्रैल 2014 में हिना पहली भारतीय शूटर बनीं थी जिसने विश्व रैंकिंग में पहला स्थान पाया हो। 2013 में सिद्धू ISSF वर्ल्ड कप फाइनल्स के 10 मीटर एयर पिस्टल एवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय शूटर भी बन चुकी हैं