आबूरोड. जिले में पांचों ब्लॉक की 170 ग्राम पंचायतों में वर्ष 2025-26 में 3 लाख 6 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य है। मानसूनी बारिश शुरू होने के साथ ही 10 जुलाई से जिले में पौधरोपण अभियान शुरू होगा, जो 10 अगस्त तक चलेगा। जिसमें प्रत्येक पंचायत स्तर पर स्थापित नर्सरी व वन विभाग की नर्सरी में तैयार निर्धारित ऊंचाई के विभिन्न किस्मों के पौधे प्राप्त कर गांवों में सड़कों से लेकर जलाशयों तक रोपित किए जाएंगे। सही देखभाल हुई तो आने वाले दिनों में इन पौधों से गांव हरियाली से आच्छादित नजर आएंगे। जिला प्रशासन के स्तर पर अभियान को लेकर तैयारी चल रही है।
नदी, तालाब, नहर, चारागाह, विकास कुंज, सड़क, सरकारी कार्यालय परिसर समेत अन्य चिह्नित स्थानों पर छायादार, फलदार व अन्य उपयोगी पेड़ों के पौधे रोपित किए जाएंगे। प्रत्येक पंचायत में 1800 पौधे लगाए जाएंगे। जिनकी देखभाल की जिम्मेदारी अभियान से जुड़े विभागों के संबंधित ब्लॉक के अधिकारियों व कर्मचारियों की होगी। कहीं रोपित पौधा किसी कारण से नष्ट हो गया तो उसके स्थान पर नया पौधा रोपित करना होगा।
आबूरोड ब्लॉक में पौधारोपण के लिए 15 ग्राम पंचायतें वन विभाग को हस्तांतरित की है। जहां विभाग की ओर से 27 हजार पौधे लगाए जाएंगे। संभवत ऐसा इसलिए किया है, क्योंकि इन पंचायतों का अधिकांश क्षेत्र वन क्षेत्र में आता है।
राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार ग्राम पंचायतों को पौधारोपण में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर पंचायत पौधशालाएं स्थापित की है। प्रत्येक पौधशाला में 5 हजार पौधे तैयार किए जा रहे हैं। अब भविष्य में पंचायतों को पौधों के लिए वन विभाग पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
आबूरोड ब्लॉक में 57 हजार से अधिक पौधारोपण का लक्ष्य है। जिसमें कई विभाग जुड़े हैं। 15 पंचायतों में वन विभाग पौधारोपण करेगा।
पुखराज सरेल, विकास अधिकारी, पंचायत समिति, आबूरोड
Published on:
05 Jul 2025 05:38 pm