
छिंदवाड़ा/अमरवाड़ा.अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में पिछले साल 2023 के विधानसभा चुनाव की तुलना में दस फीसदी मतदान प्रतिशत में गिरावट चिंता का विषय बन गई है। हर कोई इसके मायने जानने का इच्छुक है। आखिर ये खेती की व्यस्तता है या फिर लगातार तीन चुनाव होने की बोरियत। इस सवाल के जवाब की तलाश की जाने लगी है।
देखा जाए तो पिछले साल नवम्बर 2023 के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा मतदान 89.07 प्रतिशत हुआ था। इस साल 19 मार्च को लोकसभा चुनाव के मतदान में 82.70 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इसके बाद 10 जुलाई को इस तीसरे उपचुनाव में मतदान प्रतिशत का ग्राफ गिरकर 78.71 फीसदी पर पहुंच गया। इससे ये साफ है कि मतदाता लगातार चुनाव में वोटिंग करते-करते थक चुका है या फिर उसका कारण आम तौर पर कृषि है, जिसे उसने जीविकोपार्जन के लिए वोटिंग से ज्यादा जरूरी समझा।
अमरवाड़ा में किसी से पूछो तो वो यहीं जवाब दे रहा है कि कहीं न कहीं आम मतदाता की व्यस्तता ही मुख्य वजह है। एक वजह यह भी है कि इस समय देवउठनी ग्यारस नजदीक होने से क्षेत्र में कई परिवारों के घर पर शादी-ब्याह हो रहे हैं। उनमें क्षेत्र का कोई न कोई व्यक्ति शामिल है। इसके अलावा मानसूनी बारिश हो जाने पर खेती-किसानी का काम चरम पर पहुंच गया है। लोग खरीफ सीजन की मुख्य फसल मक्का की बोवनी कर रहे हैं। अमरवाड़ा और हर्रई के गांवों में लेट पानी पहुंचा। उसमें उनकी व्यस्तता देखी जा रही है। इन सभी कारणों को मतदान में दस फीसदी की गिरावट माना जा रहा है।
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शहरी तो ठहर गए, ग्रामीण क्षेत्र ज्यादा प्रभावित
मतदान प्रतिशत में गिरावट की वजह आम तौर पर शहरी इलाकों को माना जाता है। इस उपचुनाव में कम मतदान ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में हुआ, जहां 60 फीसदी से कम वोटिंग हो सकी। इनमें पलानी गैलडुब्बा, बांकी, मुआरकलां, भेडिय़ापानी, जैतपुर, सिधौली जैसे गांव शामिल है। शहरी क्षेत्र अमरवाड़ा और हर्रई में 65 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई।
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मतदान के बहिष्कार के बाद भी नहीं दिखा शून्य
्रअमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के 332 मतदान केन्द्रों में से गैलडुब्बा पलानी, बांका और ुमुआरकलां में मतदान बहिष्कार की चेतावनी सामने आई थी। इस दौरान भी वोट डलते दिखाई दिए। इन गांवों में भी ग्रामीणों ने वोट डाला। हालांकि वोट कम पड़े। कहीं भी शून्य के हालात नहीं बने।
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इन गांवों में ज्यादा घटा मतदान प्रतिशत
ग्राम मतदान प्रतिशत
पलानी गैलडुब्बा 55.9
बांकी 57.1
मुआरकलां 51.3
भेडिय़ापानी 61.5
जैतपुर 60.1
सिंधौली 61.7
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इन इलाकों में 90 फीसदी से ज्यादा वोटिंग
ग्राम मतदान प्रतिशत
पिपरिया 94.7
धाधरा 92
सांवलाखेड़ा 91.07
जोगीवाड़ा 90.4
सालेबर्रे 90.6
कोठिया 90
डोरली 90.4
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अमरवाड़ा में कहीं उलझे तो कहीं लौटा दिए गए मतदाता
अमरवाड़ा के 11 मतदान केन्द्रों पर परिचय पत्र साथ होने का विवाद हावी रहा तो इस वजह से कई मतदाता बिना वोट किए घर लौट गए। इन11 मतदान केंद्रों पर 11306 मतदाताओं का निवास है।ं मतदान दिवस पर 8176 मतदाताओं ने मत पत्रों का उपयोग किया। 3130 मतदाताओं ने मतदान नहीं किया। इस प्रकार वोट प्रतिशत 72.31 प्रतिशत रहा। इस प्रकार देखा जाए तो दो-तीन बार के पूर्व के चुनाव की अपेक्षा इस बार मतदान का प्रतिशत लगातार कम होते गया। इस बार वोटर पर्ची के साथ मतदाताओं के अन्य कोई परिचय पत्र नहीं लाने से मतदान केंद्र से वापस कर दिया गया। फिर ये बुजुर्ग एवं महिला तथा जिद्दी मतदाता दोबारा लौटकर मतदान करने नहीं आया। नगर के पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी इसकी चिंता नहीं की। शहर के 10 फीसदी मतदाता वापस चले गए। 12 प्रकार के अन्य परिचय पत्र के बारे में भी नहीं बताया गया। मतदाता और कार्यकर्ताओं के जबरन मोबाइल लेकर मतदान केंद्र में ले जाने की हुज्जत करने के कारण विवाद होते रहे। मतदाता बेचारा एक केन्द्र से दूसरे केन्द्र पर भटकता रहा। फलस्वरुप ग्रामीण क्षेत्र की अपेक्षा शहरी क्षेत्र में 17 और कुछ स्थानों में 22 प्रतिशत मतदान कम रहा।
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Published on:
12 Jul 2024 05:43 pm
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