
ग्वालियर। मरीजों की जान बचाने वाली एंबुलेंसें खुद बीमार हाल में मिल रही हैं। जिले में 108 और जननी एक्सप्रेस एंबुलेंसों का निरीक्षण करने पहुंचे नोडल अधिकारी **आई.पी. निवारिया** को ऐसी खामियां मिलीं जो व्यवस्था की सच्चाई बयां करती हैं।
ग्वालियर. जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बद से बदतर होती जा रही है। मरीजों की जान बचाने वाली एंबुलेंसें खुद इलाज मांग रही हैं। गुरुवार को 108 एंबुलेंस के नोडल अधिकारी आई.पी. निवारिया ने शहर की कई एंबुलेंसों का निरीक्षण किया, जिसमें खामियों की लंबी लिस्ट सामने आई।बारादरी लोकेशन पर खड़ी सीजी 04 एनजेड 1278 एंबुलेंस में दवाएं और उपकरण कम मिले। वाहन का क्लीनर और ड्राइवर साइड का गेट खराब था। साथ ही वहां तैनात ईएमटी (आपात चिकित्सक) अनट्रेंड मिला।
जननी एक्सप्रेस में रस्सी से बंधा गेट, एक्सपायर दवा भी मिली
निरीक्षण टीम जब जिला चिकित्सालय मुरार की डीएच-2 जननी एक्सप्रेस (सीजी 04 एनयू 9041) पर पहुंची, तो हाल और भी चिंताजनक था। वाहन में एक्सपायर सेवलोन, घिसी हुई स्टेपनी और रस्सी से बंधा पिछला गेट मिला। अंदर गंदगी और अव्यवस्था थी। वहीं मेडिकल कॉलेज की एएलएस (सीजी 04 एनव्ही 6368) और लक्ष्मीगंज की जननी एक्सप्रेस (एमपी 07 डीए 1166) में दोनों आगे के टायर पूरी तरह घिसे हुए पाए गए।
कंपनी को नोटिस, मिशन संचालक को जाएगा पत्र
सीएमएचओ डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि 108 एंबुलेंस संचालित करने वाली कंपनीजय अंबे इमरजेंसी सर्विसेज के जिला मैनेजर गोपाल नेगी को सुधार के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मिशन संचालक, मध्यप्रदेश को विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी, ताकि इन लापरवाहियों पर कार्रवाई हो सके।
Published on:
07 Nov 2025 06:01 pm
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