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मूलभूत सुविधाओं को तरसती मंडी, व्यापारी परेशान

सूरतगढ में बीकानेर रोड स्थित थोक फल सब्जी मंडी मूलभूत सुविधाओं को तरस रही है। जगह के अभाव की वजह से आए दिन थोक व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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Suratgarh news: सूरतगढ में बीकानेर रोड स्थित थोक फल सब्जी मंडी मूलभूत सुविधाओं को तरस रही है। जगह के अभाव की वजह से आए दिन थोक व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा बरसाती पानी सडक़ पर जमा होने से भी आवाजाही में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। थोक फल सब्जी के व्यापारियों की ओर से कई बार कृषि उपज मंडी समिति सचिव सहित जनप्रतिनिधियों को समस्याओं के बारे में अवगत करवाया जा चुका है। इसके बावजूद समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा।
कृषि उपज मंडी समिति की ओर से निर्मित थोक फल सब्जी मंडी का लोकार्पण 4 जून 2010 को तत्कालीन कृषि विपणन मंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर ने किया। थोक फसल सब्जी मण्डी में करीब 120 लाइसेंसधारी होलसेल व्यापारी है। लेकिन कॉमन पिड छोटा होने की वजह से करीब 60 होलसेल व्यापारी ही उसमें व्यापार कर रहे हैं। जगह छोटी होने की वजह से आए दिन व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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सुलभ शौचालय व नालियों का अभाव

थोक फल सब्जी मंडी में सुलभ शौचालय व नालियों का अभाव है। थोक व्यापारियों का कहना है कि फल सब्जी मंडी में सुलभ शौचालय की सुविधा नहीं है। इस वजह से व्यापारियों व कर्मियों को रोजाना सुबह शौच के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में बना शौचालय क्षतिग्रस्त हो चुका है। इसके अलावा मंडी में नालियों का अभाव है। इस वजह से बरसाती मौसम में जलभराव की स्थिति हो जाती है। बरसाती मौसम में सड़क़ों पर पानी खड़ा रहने से खरीददारों को भी आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा यहां निराश्रित पशुओं का जमावड़ा भी रहता है और आए दिन पशु झगड़ते रहते हैं। इससे भी अनहोनी होने की आशंका बनी रहती है।

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छोटी पड़ती मंडी,प्रभावित होता कारोबार

थोक व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान में मंडी की जगह बहुत ही छोटी है। थोक कारोबार के हिसाब से कोमन पिड पर सिर्फ आधा माल ही रखना पड़ता है। जबकि अधिकतर बाहर से आने वाली सब्जियां व फ्रूट ट्रकों में ही मजबूरन रखना पड़ता है। बोली के बाद ही उन्हें गोदाम में उतारा जाता है। थोक फल सब्जी मंडी के लिए अलग जगह उपलब्ध करवाने के लिए कई बार कृषि उपज मंडी समिति सचिव व जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन इस समस्या के प्रति ध्यान नहीं दिया जा रहा। गौरतलब है कि पूर्व में भी सब्जी मण्डी के लिए नेशनल हाइवे पर बीस भूमि चिन्हित की गई। वही, राजस्व विभाग की ओर से भी दो सौ बीघा भूमि देखी गई। लेकिन यह भूमि खातेदारी में होने की वजह से भूमि आवंटन की योजना सिरे नहीं चढ़ सकी। मंडी के लिए जगह नहीं होने की वजह से थोक व्यापारियों का कारोबार भी प्रभावित हो रहा है।

करवाया जा चुका है अवगत

थोक फल सब्जी मंडी के अध्यक्ष लीलाधर स्वामी ने कहा कि मंडी मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रही है। मंडी में कार्य करने के लिए जगह बहुत ही छोटी है। मंडी को स्थानांतरित करने अथवा ओर जगह उपलब्ध करवाने के लिए कृषि उपज मंडी समिति सचिव सहित प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को अवगत करवाया जा चुका है। इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा। इससे व्यापारी परेशान है। एक बार पुन: मंडी समिति प्रशासन को मंडी की समस्याओं के बारे में अवगत करवाया जाएगा।