सूत्रों के मुताबिक देश में टोल टैक्स में 3-5% की वृद्धि की गई है। आम चुनाव के कारण अप्रेल में सालाना वृद्धि रोक दी गई थी। टोल टैक्स में मुद्रास्फीति के अनुरूप सालाना संशोधन किया जाता है।
ये भी पढ़ें: काउंटिंग से पहले फलोदी सट्टा बाजार ने मारी पलटी, ये 11 सीटें बदल देंगी पूरा रिजल्ट राजमार्ग संचालकों ने 1,100 टोल पर टैक्स में वृद्धि की घोषणा की है। प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया पूरी हो गई है, इसलिए टैक्स की दरों में संशोधन किया है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में टोल संग्रह 252 अरब था, जो 2022-23 में बढ़कर 540 अरब रुपए हो गया।
दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क
देश में पिछले दशक के दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों के विस्तार के लिए अरबों डॉलर का निवेश किया गया। राजमार्गों की लंबाई करीब 1,46,000 किलोमीटर है। यह दूसरा सबसे बड़ा वैश्विक सड़क नेटवर्क है।
क्या होता है टोल टैक्स ? (What is toll tax)
टोल टैक्स एक ऐसा शुल्क है, जो वाहन चालकों को कुछ इंटरस्टेट एक्सप्रेस वे, नेशनल और स्टेट हाईवे को पार करते समय देना पड़ता है। ये भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के तहत आते हैं। हालांकि दोपहिया वाहन चालकों को टोल शुल्क का भुगतान करने से छूट दी गई है।