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जिले में 135 की नियुक्ति, सुधरेगी शिक्षा व्यवस्था

सिरोही में 9, शिवगंज में 11, पिण्डवाड़ा में 60, रेवदर में 50 आबूरोड ब्लॉक को मिले 35 शिक्षक/ ग्रामीण स्थित दूर दराज विद्यालयों में लगेंगे ताकि शिक्षण व्यवस्था सुधरेगी।

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Appointment of 135 in district, improving teaching

Appointment of 135 in district, improving teaching system


सिरोही. जिला परिषद सभागार में बुधवार को तृतीय श्रेणी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय अध्यापक सीधी भर्ती 2016 प्रथम (नॉन टीएसपी) के नवीन पदस्थापन के लिए काउंसलिंग परामर्श शिविर लगा। इसमें दस्तावेज के सत्यापन के बाद पदस्थापन किया जाएगा। एसीईओ रामचन्द्र ने बताया कि शिविर में 130 अभ्यार्थियों को आमंत्रित किया गया जिसमें पहले दिव्यांग, परित्यक्ता, विधवा एवं महिला को प्राथमिकता दी। दो चरणों में अभ्यर्थियों की सहमति के अनुसार पदस्थापन प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय का विकल्प भरवाया गया।
जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने काउंसलिंग का निरीक्षण किया। कमेटी के अध्यक्ष सीईओ आशाराम डूडी, एडीएम जवाहर चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी चन्द्रमोहन उपाध्याय आदि मौजूद थे। सिरोही में 9, शिवगंज में 11, पिण्डवाड़ा में 60, रेवदर में 50 शिक्षक ग्रामीण स्थित दूर दराज विद्यालयों में लगेंगे ताकि शिक्षण व्यवस्था सुधरेगी।
आबूरोड ब्लॉक को मिले 35 शिक्षक
आबूरोड. ब्लॉक के कई ऐसे स्कूलों को अब राहत मिलेगी, जो शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हंै। ऐसे स्कूलों में अब शिक्षण कार्य सुगम हो सकेगा। न्यायालय में भर्ती को लेकर विचाराधीन मामले में निर्णय के बाद ब्लॉक को 35 शिक्षक आवंटित किए हैं। प्रथम चरण में 10 मई को छह शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे, जिनमें से दो ने ज्वाइनिंग नहीं दी। दूसरे चरण में 13 जून को 31 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी किए। बीईईओ कार्यालय में दस्तावेज सत्यापन के बाद नियुक्ति की अंतिम तिथि 8 जुलाई है। बीईईओ दलपत राजपुरोहित ने बताया कि भर्ती के तहत 35 शिक्षकों का पदस्थापन विभिन्न राजकीय प्राथमिक व शिक्षाकर्मी विद्यालयों में किया है। छह शिक्षकों को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र नियमानुसार नहीं लाने पर पुन: गृह जिले लौटना पड़ा। इनमें 3 शिक्षक बांसवाड़ा, 2 डूंगरपुर व एक शिक्षक उदयपुर से आया था। नियमानुसार निवास स्थान के जिले के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से गठित सक्षम बोर्ड से जारी प्रमाण पत्र ही मान्य है, जबकि कुछ अभ्यर्थी जल्दबाजी में अन्य चिकित्सक से प्रमाणित प्रमाण पत्र लाए।

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