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ये हैं देश के सबसे हाईटेक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे की खासियतें

आज से 135 किमी लंबा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे जनता के लिए खोल दिया जाएगा

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Eastern Peripheral Expressway

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे हरियाणा के सोनीपत स्थित कुंडली, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, फरीदाबाद और पलवल तक 135 किमी लंबा है।

Eastern Peripheral Expressway

6 लेन के इस एक्सप्रेस-वे की कुल लागत 11 हजार करोड़ रुपये है।

Eastern Peripheral Expressway

रिकॉर्ड 500 दिन में बनकर तैयार हुए यह एक्सप्रेस-वे देश का पहला ग्रीन एक्सप्रेस-वे है। इसके दोनों आरे करीब 2.5 लाख पौधे लगाए गए हैं।

Eastern Peripheral Expressway

एक्सप्रेसवे पर देश के 32 स्मारकों की प्रतिकृति हैं। इनमें लाल किला, अशोक स्तंभ कोणार्क मंदिर, जलियावाला बाग, अशोक चक्र, गेटवे आफ इंडिया, कुतुबमीनार, चारमीनार, कीर्ति स्तंभ, इंडिया गेट, हवा महल, और गुजरात काविंग की प्रतिकृति स्थापित की गई है।

Eastern Peripheral Expressway

एक्सप्रेस-वे पर इन जगह कट मिलेेंगे - दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर मवीकला में - दिल्ली-मेरठ हाईवे पर दुहाई में - दिल्ली-हापुड़ मार्ग पर डासना में - गजियाबाद-अलीगढ़ मार्ग पर बील अकबरपुर में - अटानी चेनसा मार्ग पर मौजपुर में - कासना-बुलंदशहर मार्ग पर सिरसा गांव के निकट - दिल्ली-आगरा मार्ग पर पलवल में

Eastern Peripheral Expressway

इस एक्सप्रेस-वे पर कुल 430 ब्रिज, आरओबी, फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए गए हैं। इस पर कुल सात इंटरचेंज बनाए गए हैं।