स्ट्रीट क्राइम रोकथाम के लिए पुलिस काफी प्रयास कर रही है काफी बदमाश एंकाउंटर के बाद गिरफ्तार किए गए हैं। लेकिन दो राज्यों और दो जिलों की सीमाओं से जुड़े होने के कारण गौतमबुद्ध नगर चेन स्नेचर और मोबाइल लूट करने वालों के लिए सबसे पसंदीदा जगह बन चुका है। यहां बदमाश आसानी से चेन स्नेचर कर सीमा पार कर जाते हैं और पुलिस लकीर पीटती रह जाती है।
महिलायों के साथ होने वाले स्ट्रीट क्राइम को रोकने के लिए दी गई शक्ति दस्ता स्कूटी अब नोएडा के थानों में धूल फांखती नजर आती हैं। कारण है कि नोएडा पुलिस में महिला पुलिसबल की कमी के चलते इनको चलाने वाला कोई नहीं है। यही हश्र नोएडा पेट्रोलिंग यूनिट (एनपीयू) का है।
पुलिसबल में कर्मियों की कमी के कारण भी ये योजनाएं भी दम तोड़ती नज़र आती हैं। इसके अलावा दिल्ली और हरियाणा से सटे होने के कारण बदमाश आपराधिक घटनाएं करके आसानी से फरार हो जाते हैं। इसलिए भी घटनाओं को शीघ्र खुलासा नहीं हो पाता है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कई स्थान ऐसे है जहां सबसे ज्यादा लूट, छिनैती और स्नेचिंग की घटनाए रिपोर्ट की गई है।
एसपी देहात रणविजय सिंह का कहना है कि बढ़ते अपराधों और पुलिस बल की कमी को देखते हुए तकनीक के सहारे योजना तैयार की गई है। जहां जहां हमारे हॉट स्पॉट हैं वहां वहां फोर्स के तैनाती के अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है। जिससे कि कैमरे में अपराधियों के सारे डिटेल मिल जाए, जिससे डिटेल के आधार पर क्रिमिनल को आइडेंटटीफ़ाइड कर उन पर कार्रवाई कर सकें।
उनका कहना है कि गौतमबुद्ध नगर का जो बॉर्डर है और इंटरस्टेट डिस्ट्रिक्ट बॉर्डर है। जिसके कारण अपराधियों पर अंकुश लगाने में परेशानियां आती है। हमारा प्रयास रहेगा कि आसपास के डिस्ट्रिक्ट के पुलिस के साथ हम अपना कॉर्डिनेशन बनाते हुए महत्वपूर्ण सीमाओं पर भी कैमरे लगाए और इंटरस्टेट मूवमेंट के बारे में अपनी जानकारी शेयर करें।