सात शहरों में पड़े छापे प्रधान निदेशक (जांच) अमरेंद्र कुमार का कहना है कि सात शहरों में बड़े डॉक्टरों के अस्पताल व आवास पर पड़े छापे में करीब 138 लाख रुपये नकद बरामद हुए हैं। उनके अनुसार, सबसे ज्यादा टैक्स चोरी चरक अस्पताल के मालिक डॉ. रतन सिंह ने की। उन्होंने 25 करोड़ रुपये की अघोषित आय सरेंडर की है।
जीएस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर के यहां पड़ा छापा वहीं, बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की करीब 36 घंटे चली कार्रवाई में जीएस मेडिकल कॉलेज के संचालक गंगाशरण शर्मा की तरफ से साढ़े सात करोड़ रुपये सरेंडर कराए गए हैं। पिलखुवा और गाजियाबाद स्थित ठिकानों से 38 लाख नगद और चार किलो सोना भी जब्त किया गया है। बताया जा रहा है कि रिटर्न भरने में गड़बड़ कर यह टैक्स चोरी की गई है। सैलरी के नाम पर दिखाए जा रहे खर्च में भी भरी खेल मिला है। सूत्रों के मुताबिक, 150 से अधिक लोगों को फैकल्टी दिखाकर उनके सैलरी एकाउंट खुलवाए गए। उसमें 7 से 15 लाख रुपये सैलरी के रुपये में सााना भेजे जाने लगे। फिर इन्हीं खातों से रुपये निकालकर ट्रस्ट को दान कर दिए गए। कॉलेज से जुड़े डॉ. अंकित शर्मा से जब पूछताछ की गई तो सच सामने आया।
डॉ. राजीव मोतियानी के यहां से मिले 58 लाख रुपये नोएडा में आयकर विभाग की टीम ने दो डॉक्टरों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। यहां सेक्टर-50 स्थित नियो अस्पताल, सेक्टर-26 में न्यूरोलॉजिस्ट डाॅ. राजीव मोतियानी के आवास व क्लीनिक और सेक्टर-19 स्थित फिजीशियन डॉ. गुलाब गुप्ता के क्लीनिक व उनके दिल्ली स्थित घर पर कार्रवाई की गई। आय से अधिक संपत्ति, मरीजों से ली जाने वाली फीस और कर चोरी के संबंध में यह कार्रवाई की गई थी। डॉ. गुलाब गुप्ता के घर से टीम को 20 लाख रुपये नगद मिले हैं। इस बारे में गुलाब गुप्ता का कहना है कि रकम की जानकारी टीम को उपलब्ध करा दी जाएगी। वहीं, डॉ. राजीव मोतियानी के यहां से 58 लाख रुपये नगद मिले हैं।
डॉ. प्रेम कुमार खन्ना के यहां मिले 1.18 करोड़ रुपये इनके अलावा मुरादाबाद के मुरादाबाद के पीडीट्रीशियन डॉ. प्रेम कुमार खन्ना के आवास व क्लीनिक पर छापेमारी की थी। उनके यहां से टीम काे 1.18 करोड़ रुपये नगद और 5 लॉकर मिले हैं। उनकी जांच अभी की जा रही है। मेरठ में मेरठ के न्यूरो फिजीशियन डॉ. भूपेंद्र चौधरी के आवास व क्लीनिकों पर हुई कार्रवाई से टीम को 13 लाख रुपये नकद व पांच लॉकर मिले हैं। जबकि डॉ. महेश चंद्र शर्मा के पास से सात लाख कैश बरामद हुआ है। भूपेंद्र चौधरी के 4 करोड़ रुपये के बंगले पर भी विभाग की नजर है। बताया जा रहा है कि दवाओं की खरीद में यह खेल किया गया है।