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VIDEO: उत्तराखंड की संस्कृतिक धरोहर से रूबरू कराएगा ‘जीना इसी का नाम है’ कार्यक्रम, दिव्यांग दिखाएंगे अपनी प्रतिभा

खबर की मुख्य बातें- -11 अगस्त को सेक्टर-125 स्थित एमिटी विश्वविद्यालय के मुख्य सभागार में किया जाएगा -इस कार्यक्रम में उत्तरांचल के 25 दिव्यांग कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे -यह जानकारी पहला कदम संस्कृति की ओर के प्रोजेक्ट चेयरमैन ने दी

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pehla kadam

VIDEO: उत्तराखंड की संस्कृतिक धरोहर से रूबरू कराएगा 'जीना इसी का नाम है' कार्यक्रम, दिव्यांग दिखाएंगे अपनी प्रतिभा

नोएडा। उत्तराखंड की दिव्यांग प्रतिमाओं के उत्थान और उनके कल्याण के लिए कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' का आयोजन 11 अगस्त को सेक्टर-125 स्थित एमिटी विश्वविद्यालय के मुख्य सभागार में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में उत्तरांचल के 25 दिव्यांग कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। यह जानकारी पहला कदम संस्कृति की ओर के प्रोजेक्ट चेयरमैन ने दी। राज्यसभा के पूर्व महासचिव योगेंद्र नारायण ने बताया कि उत्तराखंड की कोकिला कहे जाने वाली कल्पना चौहान की प्रस्तुति इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगी।

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योगेंद्र नारायण ने कहा कि उत्तरांचल की जो संस्कृतिक धरोहर है, उसे नोएडा लोकमंच नोएडावासियो तक पहुंचाना चाहता है। नोएडा लोकमंच लगातार एक साल से कार्यक्रम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इसका उद्देश्य है कि नोएडा जो एक औद्योगिक नगरी के रूप में मशहूर है, उसे सांस्कृतिक नगरी भी बनाया जा सके। नोएडा में अच्छे संस्कृतिक कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिए अच्छे ऑडिटोरियम नहीं है। जिसके जिसके कारण नोएडावासियों को अच्छे कार्यक्रम देखने वंचित रह जाते हैं।

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नोएडा लोकमंच के महासचिव महेश सक्सेना ने कहा कि विकलांगता चाहे मानसिक हो या फिर शारीरिक, अगर हौंसले बुलंद हो तो ऊंची उड़ान भरने से कोई नहीं रोक पाता। 'जीना इसी का नाम है' के कलाकारो कि प्रस्तुति को देख इस बात कि अनुभूति होगी। इस कार्यक्रम को देखने के लिए नोएडा एनसीआर के के लोग बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं।