
नोएडा. लोकसभा 2019 चुनाव से पहले पार्टियों ने अपना गाणित बैठाना शुरू कर दिया है। यूपी में चुनाव को लेकर माहौल गर्माया हुआ है। दरअसल में दिल्ली की गद्दी का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है। सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर यूपी पर टिकी हुई है। यूपी में बसपा, सपा, कांग्रेस और रालोद के बीच में महागठबंधन करने की चर्चा है। महागठबंधन को लेकर पार्टियां अपनी रणनीति बना रही है।
लेकिन यूपी में सीट बंटवारे को लेकर पार्टियों के बीच में पेंच फंसा हुआ है। बसपा 40 सीटो पर चुनाव लड़ना चाहती है। वहीं 40 सीट पर सपा, रालोद और कांग्रेस पार्टी बचती है। हालाकि चुनाव में अभी वक्त है और महागठबंधन को लेकर स्थिति साफ नहीं है। कई लोकसभा सीट पर पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा करनी शुरू कर दी है। लोकसभा 2014 के बाद इस बार सपा, कांग्रेस, बीएसपी, रालोद आदि पार्टी वेस्ट यूपी में संभावना तलाश रही है। वहीं बीजेपी के सामने भी अपने वोट बैंक को बनाए रखने की चुनौती है।
कैराना उपचुनाव को जीतकर 16वीं लोकसभा में खुद का खाता खोलने वाले राष्ट्रीय लोक दल रालोद मुखिया चौधरी अजीत सिंह मुजफ्फरनगर और उनके बेटे व पाट्र्री के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी कैराना से चुनाव मैदान में उतर सकते है। कैराना और नूरपुर उपचुनाव में महागठबंधन से मिली सफलता सेे दोनों आश्वस्त है। साथ ही उपचुनाव में पार्टी ने बिखरा हुआ जाट-मुस्लिम वोट बैंक हासिल किया है। इसकी वजह से रालोद को एक उम्मीद भी 2019 में दिखाई दे रही है।
संभल सीट से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके है। रामगोपाल यादव ने 2004 में संभल से चुनाव लड़ और संसद पहुंचे। उन्होंने 2019 में संभल सीट से खुद चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के सत्यपाल सिंह सैनी जीती थी। उन्होंने सपा के सफीकुर्रहमान वर्क को शिकस्त दी थी। हालाकि मोदी लहर होने के बाद भी बीजेपी के प्रत्याशी के जीत का मार्जिन ज्यादा नहीं रहा।
वहीं पीएम मोदी की बोटी.बोटी काटने के बयान को लेकर चर्चा में आए इमरान मसूद भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है। इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। इमरान मूसद कहा चुके है कि महागठबंधन हो या न हो उनका चुनाव लड़ना तय है। इमरान मसूद उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में इमरान ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर भाजपा के सांसद राघव लखनपाल शर्मा को कड़ी टक्कर दी थी। इमरान मसूद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता व सहारनपुर से 5 बार सांसद रहे काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं। ये बेहट विधानसभा से एक बार विधायक रह चुके हैं।
वहीं मायावती बिजनौर और बुलंदशहर से चुनाव लड़ सकती है। दरअसल में गौतमबूद्धनगर मायावती का गृहजनपद है। वहीं बुलंदशहर सुरक्षित सीट है। मायावती ने 2004 में अंबेडकर सीट से चुनाव लड़ा था। मायावती चुनाव से पहले पार्टी को और मजबूत करने में लगी है। उधर केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा गौतमबद्धनगर से चुनाव लड़ सकते है। फिलहाल ये गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से सांसद है और नोएडा से विधायक रह चुके है। इसी सीट से सपा के नरेद्र भाटी चुनाव लड़ने की तैैयारी में है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने बताया कि नरेंद्र भाटी चुनाव लड़ेंगे। नरेंद्र भाटी मौजूदा एमएलसी है और तीन बार विधायक रह चुके है। नरेंद्र भाटी आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को निलबिंत कराने को लेकर चर्चा में आए थे।
Published on:
12 Sept 2018 03:50 pm
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