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यूपी के Hitech शहर में कमिश्नरेट प्रणाली को 1 साल पूरा, लोगों से मांगा गया फीडबैक बता दें कि दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 की शुरुआत में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहले उड़ान शुरू होगी। यमुना अथॉरिटी उससे पहले ही ग्रेटर नोएडा से जेवर तक मेट्रो का निर्माण करना चाहता है। इसके लिए प्राधिकरण ने पहले से ही फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर रखी है, जिसमें इंटरनेशनल एयरपोर्ट को देखते हुए मेट्रो को जरूरी बताया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) इसकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट पहले बनाकर लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को भेज चुका है।
यूपी सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन निभाएगा। डीएमआरसी की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर तक 35.6 किलोमीटर लंबे मेट्रो ट्रैक का निर्माण किया जाना है, जिसमें करीब 1500 करोड़ रुपए का खर्च आएगा, जिसमें 450 करोड़ रुपए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण खर्च करेगा। वहीं, राज्य और केंद्र सरकारें 1050 करोड़ रुपए खर्च करेंगी।
यहां बता दें कि नॉलेज पार्क से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक बनने वाले मेट्रो ट्रैक पर कुल 29 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट को नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की जगह उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन पूरा करेगी। गौरतलब हो कि यमुना प्राधिकरण ने डीपीआर की जिम्मेदारी डीएमआरसी को दी थी। डीएमआरसी ने करीब 6 महीने पहले डीपीआर यूपीएमआरसी को सौंप दी थी। अब राज्य और केंद्र सरकार की सैद्धांतिक सहमति के बाद मेट्रो रेल निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इसके बनने से नोएडा-ग्रेटर नोएडा के लोगों को बड़ी सहूलियत मिलेगी।