ट्रामा सेंटर न होने की वजह से हादसे में घायल होने वालों को दिल्ली के लिए रेफर करने पड़ता है। समय से उपचार न मिलने से घायलों की मौत कई बार हो जाती है। गौतमबुद्ध नगर के एम्बुलेंस प्रोग्राम अधिकारी मोहम्मद अरशद ने बताया जनपद से हर माह 50 से ज्यादा मरीजों को ट्रामा सेंटर भेजा जाता है। इसके अलावा हार्ट अटैक और अन्य गंभीर बीमारियों वाले मरीजों को भी रेफर किया जाता है। जबकि उन्हें जल्द से जल्द उपचार की आवश्यकता होती है।
किडनी व लीवर के मरीजों को भी दिल्ली भेजा जाता है। नया अस्पताल चालू होने के बाद डायलिसिस की आधुनिक सुविधा होगी। इसके अलावा अस्पताल में वेंटिलेटर, न्यूरो और अॉर्थोपीडिक सर्जन भी नियुक्ति कि जाएंगे। एमआरआई और सिटी स्कैन की कम कीमत में सुविधा मिलेगी। अभी तक हार्ट अटैक व कार्डियक जैसे मामलों में मरीजों को दिल्ली रेफर करना पड़ता है, लेकिन नए अस्पताल में उपचार की ये सुविधा भी मिलेगी। यूपी में अभी लखनऊ के बलरामपुर स्थित अस्पताल में सभी सुविधा दी जा रही हैं। जिला अस्पताल के सीएमओ डॉ. अनुराग भार्गव का कहना है कि अभी तक गंभीर मरीजों को दिल्ली के लिए रेफर किया जाता है।