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सपा के आए अच्छे दिन, इस सीट पर टिकट मांगने वालों की लग गई लाइन, हाईकमान की बढ़ी मुश्किलें

भाजपा प्रत्याशी लगभग तय, लेकिन सपा-बसपा गठबंधन होने से राह होगी मुश्किल

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Akhilesh Yadav

बिजनौर।जनपद बिजनौर की नूरपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की गुरुवार को चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी। इस सीट पर भाजपा विधायक लोकेंद्र चौहान की मौत के बाद 6 माह के अंदर उपचुनाव होना था। इस उपचुनाव को लेकर पहले से सभी पार्टी के नेता टिकट को लेकर पार्टी हाई कमान से मिलने जाते रहे हैं। भाजपा विधायक लोकेंद्र चौहान के निधन से खाली हुई नूरपुर विधानसभा सीट पर सपा से पूर्व मंत्री मूलचंद चौहान के बेटे अमित चौहान भी टिकट मांग रहे हैं। जबकि भाजपा से दिवंगत विधायक की पत्नी अवनी सिंह प्रबल दावेदार हैं भाजपा से उनको टिकट मिलने की प्रबल संभावना है।

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आपको बता दें कि लोकेंद्र चौहान इस सीट से लगातार दो बार 2012 और 2017 में विधायक चुने गए थे। उन्होंने 2012 में लगभग साढ़े पांच हजार और 2017 में 12736 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। इस सीट पर अगर सपा से दावेदारों की बात करें तो सबसे ज्यादा लोग समाजवादी पार्टी में ही हाईकमान से टिकट मांग रहे हैं। 2017 में इस सीट से सपा प्रत्य़ाशी रहे नईमूल हसन, सपा जिला अध्यक्ष अनिल यादव के अलावा मदन सैनी इस सीट पर टिकट की मांग कर रहे हैं।

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जबकि गठबंधन की आशंका के चलते अभी बसपा के लोग इस सीट पर पार्टी सुप्रीमो के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि बसपा में उपचुनाव लड़ने की परंपरा नहीं है। इधर सपा भी प्रत्याशी की घोषणा से पहले बसपा के समर्थन का इंतजार कर रही है। टिकट के फैसले को लेकर बीएसपी के सभी नेता हाईकमान के आदेश आने के बाद ही अपनी सक्रियता दिखाने के मूढ़ में हैं। इस सीट पर किस प्रत्यशी को लड़ाना है। अभी उसका इंतज़ार कर रहे हैं। अगर इस सीट पर बसपा अपना सहयोग सपा को देती है तो भाजपा के लिए यहां लड़ाई आसान नहीं होगी। हालांकि लोकेंद्र चौहान की पत्नी को सहानुभूति का लाभ मिल सकता है।

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यह है चुनाव कार्यक्रम
03 मई से 10 मई तक होगें नामंकन
11 को होगी नामांकन पत्रों की जांच
14 मई को होगी नाम वापसी
28 मई को मतदान
31 मई को होगी मतगणना