दरअसल, पुलिस की गिरफ्त में आए शकूरपुर दिल्ली निवासी शक्ति कुमार और प्रताप विहार गाजियाबाद निवासी अंकित कुमार उस गैंग के सदस्य हैं, जो लोगों को लोन दिलाने के नाम उनके साथ ठगी कर रहे थे। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि आरोपियों ने माई इंडिया मनी डॉट कॉम के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई हुई है। इसी वेबसाइट के जरिए आरोपी साउथ इंडिया और सेंट्रल इंडिया के लोगों को अपना शिकार बनाते थे। ये लोग पहले लोगों को 2 लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन दिलाने का झांसा देते थे। फिर लोगों से फाइल चार्ज आदि के नाम पर मोटी रकम लेकर गायब हो जाते थे।
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि एक शिकायत के आधार पर सेक्टर-62 आईथम टावर में स्थित इनके दफ़तर पर छापा मार के आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी यहीं से बैठकर लोन दिलाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी कर रहे थे। गिरोह का सरगना चन्दन और उसकी एक महिला मित्र प्रियंका है जो अभी फरार हैं।