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यूपी आने वाले श्रमिकों, पर्यटकों, छात्रों को राहत, रहने के लिए नहीं भटकना होगा इधर-उधर, सस्ते में उपलब्ध होगा रहने के लिए कमरा, साथ ही मिलेगी यह सुविधा यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा को संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations organisation) ने यूनिवर्सिटी सिटी का दर्जा दे दिया है। अब इसी क्रम में यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी बसाई जाएगी। उन्होंने बताया कि नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने जमीन की मांग रखी थी। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट की मांग को स्वीकार करते हुए 27.5 एकड़ जमीन आवंटित कर दी गई है। इसकी स्थापना के साथ ही यह यूनिवर्सिटी गौतमबुद्ध नगर जिले की 9वीं यूनिवर्सिटी होगी। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी के प्रवर्तक संगठन विले पार्ले केलवानी मंडल की ओर से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पहले 53 एकड़ जमीन की मांग की गई थी। इसके बाद संस्थान ने कम भूमि के लिए आवेदन किया।
पहली बार मुंबई से बाहर कदम रखेगी नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी बता दें कि नर्सी मोंजी संस्थान फिलहाल मुंबई में कई कॉलेज और डीम्ड यूनिवर्सिटी का संचालन कर रहा है। 1981 में स्थापित नर्सी माेंजी एक बड़ा शिक्षण संस्थान है। यह पहली बार है, जब नर्सी मूंजी यूनिवर्सिटी मुंबई से बाहर कदम रखने जा रही है। इस यूनिवर्सिटी के लिए यमुना प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे ही जमीन उपलब्ध कराई है। बता दें कि फिलहाल यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे दनकौर थाना क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और गलगोटिया यूनिवर्सिटी का संचालन किया जा रहा है। जहां देश-विदेश के छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
इन 8 यूनिवर्सिटीज का हो रहा संचालन उल्लेखनीय है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा को एजुकेशन हब के रूप में भी जाना जाता है। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में विभिन्न शिक्षण संस्थानों में देश-विदेश के स्टूडेंट्स मैनेजमेंट से लेकर तकनीकी शिक्षा हासिल कर रहे हैं। वहीं, जिले में फिलहाल गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी के साथ गलगोटिया यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी, शिव नादर यूनिवर्सिटी, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बैनेट यूनिवर्सिटी और जेपी यूनिवर्सिटी का संचालन किया जा रहा है। नर्सी मोंजी यूनिवर्सिटी कैंपस आने के बाद यहां यूनिवर्सिटीज की संख्या 9 हो जाएगी।