धोनी ने हार के बाद कहा, सबसे पहले तो इस मैदान पर टॉस हारना अच्छा नहीं था क्योंकि यहां पर ओस की अहम भूमिका रहती है। इसके बाद जब हमने गेंदबाजी शुरू की तो स्पिनरों के लिए ज्यादा कुछ करने को नहीं था। वर्ष 2007 में टी 20 वर्ल्ड कप दिला चुके कप्तान ने कहा, हमारे स्पिनरों को गीली गेंद से खेलने में बहुत समस्या रहती है और इसका तो इतिहास रहा है। लेकिन जिस बात से मैं निराश हूं वह मैच की वे दो नो बॉल रहीं जिसमें हमें कैच लपकने के बाद भी विकेट नहीं मिल सके।