
virender sehwag
नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग का कहना है कि 2011 में वर्ल्ड कप जीत के लिए टीम को श्रेय मिलना चाहिए न कि कप्तान को। उन्होंने कहाकि सिर्फ महेन्द्र सिंह धोनी को वर्ल्ड कप जीत का क्रेडिट नहीं देना चाहिए। यह पूरी टीम का प्रयास था जिसमें युवराज सिंह, सचिन तेंदुलकर, युवराज सिं ह, जहीर खान और आशीष नेहरा ने भी योगदान दिया था। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान सहवाग ने यह कहा।
उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि धोनी एक महान कप्तान है और सालों साल टीम को ऊपर की ओर ले गए हैं। इस दौरान उन्होंने कहाकि अनिल कुम्बले उनके पसं दीदा कप्तान है क्योंकि जिस तरह से उन्होंने समर्थन दिया किसी और ने नहीं दिया। यहां तक कि सौरव गांगुली और महेन्द्र सिंह धोनी ने भी नहीं। कुम्बले ने मुझे भरोसा दिया। हार की जिम्मेदारी के बारे में उन्होंने कहाकि हार पर कप्तान को भी हटाना चाहिए सिर्फ कोच को ही क्यों हटाया जाए।
खेल के लिए प्रेरणा के बारे में उन्होंने कहाकि कई बार आप अपने बच्चों से प्रेरणा लेते हैं। एक बार सचिन तेंदुलकर ने मुझसे कहाकि अपने माता-पिता के लिए खेलो। क्रीज पर रूको और दो-तीन घंटे तक अपने माता-पिता के लिए खेलो। सचिन और प्रेरणा साथ-साथ चलती थी। संन्यास को लेकर उन्होंने कहाकि जब मुझे टीम से निकाला गया तब मैं मिडिल ऑर्डर में खेलना चाहता था। मैं मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में अपना कॅरियर समाप्त करना चाहता था।
Published on:
04 Nov 2015 12:38 pm
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