
जन भागीदारी का शाब्दिक अर्थ लोगों की भागीदारी है, यानी नीतियों के क्रियान्वयन में सभी की सामूहिक भूमिका। भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों को लागू करने का केंद्रीय पहलू लोगों की शक्ति का उपयोग करना रहा है। प्रधानमंत्री ने योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान जनता को काम करने के लिए दृढ़ता से प्रेरित किया। कुछ गलत हो रहा हो, तो उसे रोक कर, जनशक्ति के उपयोग के लाभों को प्रत्यक्ष दिखाया है।
इसी तरह जन संवाद की लगातार प्रक्रिया के बिना जनभागीदारी अधूरी है। वास्तविक सहभागी शासन का सार जमीनी वास्तविकताओं को समझने के लिए लोगों के साथ नियमित बातचीत करने की प्रक्रिया पर निर्धारित होता है। इसके बाद मुद्दों के विश्लेषण और उनसे निपटने के लिए सुझावात्मक उपाय पर आधारित नीतियां कागजों पर आती हैं। आदर्श रूप से नीति के क्रियान्वयन और उस पर लोगों की प्रतिक्रिया के बाद, लाभार्थियों से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर नीति लागू की जाती है।
Updated on:
17 Sept 2022 07:52 am
Published on:
16 Sept 2022 07:43 pm
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