
आपकी बात, क्या राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र होनी चाहिए?
सत्तर के बाद सलाहकार की भूमिका निभाएं नेता
राजनीति में भी सेवानिवृत्ति का प्रावधान होना चाहिए। 70 वर्ष के बाद राजनेता सलाहकार की भूमिका में रहें तो ठीक रहेगा, लेकिन सक्रिय राजनीति से उन्हें संन्यास ले लेना चाहिए। अगर सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा तय कर दी जाए और राजनीति की छवि थोड़ी साफ हो जाए, तो प्रतिभावान युवाओं भी राजनीति को करियर के रूप में चुन सकते हैं।
-महेन्द्र मंडीवाल, जयपुर
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रिटायरमेंट की उम्र सीमा हो
राजनीति में नेताओं के लिए भी आयु सीमा होनी चाहिए, जिससे युवाओं को राजनीति में मौका मिल सके, ताकि भ्रष्ट नेताओं की राजनीति से छुटकारा मिल सके और हमारा देश भ्रष्टाचार मुक्त हो सके। अगर राजनीति में उम्र सीमा रहेगी तो युवा पीढ़ी को खुद को साबित करने का मौका मिलेगा।
-विजया शर्मा, कोटा
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जरूरी है रिटायरमेंट का प्रावधान
रिटायरमेंट का प्रावधान अति आवश्यक है, क्योंकि इससे युवाओं को भी इस फील्ड में आने का अवसर मिलता है। राजनीति में भी ऐसा प्रावधान होना चाहिए। नए लोगों को राजनीति में आने का अवसर तभी मिलता है, जब पुराने सदस्यों की जगह खाली होती है। नए को अवसर देने से नई सोच का विकास होता है।
-कविता गगरानी, कन्नौज
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उम्रदराज लोगों का सत्ता मोह
जब सरकार एक कर्मचारी को 60 साल के बाद अपने काम का नहीं मानती है, तो फिर राजनीति में सेवानिवृत्ति की आयु तय क्यों नहीं होनी चाहिए। उम्रदराज लोगों में सत्ता मोह विकास को भी प्रभावित करता है।
-पवन जैन, जयपुर
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बुजुर्ग नेताओं के अनुभव का लाभ लें
राजनीति में भी रिटायरमेंट की उम्र होनी चाहिए, क्योंकि उम्र के साथ थोड़ी कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है। युवाओं को इस कार्य के लिए स्थान मिलना जरूरी है। यह तभी संभव है जब बुजुर्ग समय पर रिटायरमेंट ले लें, लेकिन बुजुर्गों के अनुभवों को राजनीति में साझा करने के लिए युवाओं को तैयार रहना पड़ेगा।
-भुवनेश्वरी मालोत, बांसवाड़ा
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राजनीति में ७५ वर्ष हो रिटायरमेंट की उम्र
राजनीति में भी रिटायरमेंट की उम्र सीमा होनी चाहिए। मेरी राय में 75 वर्ष के बाद राजनेताओं को सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। भारतीय नीति शास्त्र में भी आश्रम व्यवस्था में 75 वर्ष में संन्यास आश्रम में रहने की स्वीकृति देता है। रिटायरमेंट के बाद राजनेताओं को संरक्षक की भूमिका में होना चाहिए। इससे युवा पीढ़ी को उनके अनुभव, ज्ञान तथा मार्गदर्शन का लाभ तो मिलेगा ही साथ ही राजनीति में युवाओं का प्रतिनिधित्व भी बढ़ेगा। एक समय था जब राजनीति, देश सेवा और समाज सेवा से जुडी थी, पर आज तो यह शक्ति का प्रतीक बन गई है।
- प्रो. अरुण कुमार प्रसाद, बेंगलूरु
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राजनीति की शुरुआत २५ वर्ष की उम्र से हो
यह सही है कि परिपक्व व्यक्तित्व ही समाज, शासन और प्रशासन को भली प्रकार से चला सकता है। लेकिन, उसकी भी एक उम्र होती है। मेरा मानना है कि 50 वर्ष पश्चात ही नेताओं को रिटायरमेंट ले लेना चाहिए। राजनीति की शुरुआत 25 वर्ष से की जानी चाहिए, जिसमें पहले 3 वर्ष राजनीति और संविधान को समझने को समझने पर ध्यान देना चाहिए।
- गणेश अरोड़ा, रायसिंहनगर
Published on:
09 Jul 2023 05:01 pm
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