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आपकी बात…आज के दौर में युवाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्या है और उसके क्या समाधान हो सकते हैं?

इस पर पाठकों ने विभिन्न प्रतिक्रियाएं दी हैं। प्रस्तुत हैं पाठकों के कुछ विचार

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जयपुर

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Neeru Yadav

Mar 23, 2025

किसी एक क्षेत्र में कौशल विकसित करें
आज के इस डिजिटल दौर में बेरोजगारी युवाओं की सबसे बड़ी समस्या है। इसके समाधान के लिए युवाओं को भविष्य की चुनौतियों को भांपते हुए किसी एक क्षेत्र में अपने कौशल को विकसित करना चाहिए और रोजगार के लिए सरकारी के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी अपनी योग्यता से रोजगार के अवसर ढूंढने चाहिए। - ललित गोदारा, जोधपुर

रोजगार बड़ी समस्या
आज युवाओं के सामने सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है डिग्री तो हासिल हो जाती है लेकिन रोजगार मिलना मुश्किल हो रहा है सरकारी नौकरी में कम जगह के लिए हजारों युवाओं की भीड़ इस बात का प्रमाण है। खुद के कारोबार के लिए भी पूंजी का अभाव रहता है। - साजिद अली, इंदौर

डिग्री को रोजगारोन्मुख बनाने पर जोर दें
युवाओं के समक्ष कई बड़े संकटों में से एक रोजगार अथवा योग्यतानुसार रोजगार का न मिलना है। प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी अधिक हो चुका। किसी भी डिग्री को रोजगारोन्मुख बनाने पर जोर दिया जाना चाहिए और उसी अनुरूप उसके पाठ्यक्रम और परीक्षा पद्धति निर्धारित की जाए ताकि अभ्यर्थियों के क्षमताओं की उचित जांच हो सके। यदि ऐसा सम्भव होगा तभी अभ्यर्थी अपने योग्यतानुरूप रोज़गार को पाने में समर्थ हो सकेंगे। इस संबंध में फिनलैंड देश ने बेहतर प्रतिमान स्थापित किया है, वहाँ छात्र स्कूल से ही उन्हीं विषयों का चयन करते हैं जिसमें उन्हें भविष्य में करियर बनाना है। भारत में भी इस तरह के नवाचारों को अपनाया जाना चाहिए। - दिव्यप्रकाश साव, रायगढ़

मानसिक तनाव बड़ी चुनौती
आज के इस दौर में युवाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती मानसिक तनाव है, जिसके कारण युवा निराश व हताश होकर गलत राह चुन लेते हैं इससे स्थिति से निपटने के लिए युवाओं को काउंसलर और परिवार की मदद लेनी चाहिए। - शुभम वैष्णव, सवाई माधोपुर

बेरोजगारी और नशाखोरी से निपटना
उच्च शिक्षित युवाओं को रोजगार पाने में कठिनाइयां और बढ़ती प्रतिस्पर्धा, अवसाद और सामाजिक दबाव के कारण युवाओं और युवतियों में नशे की ओर आकर्षण उनका स्वास्थ्य और भविष्य प्रभावित कर रहा है। कौशल विकास रहित शिक्षा पर अंकुश लगना चाहिए, सरकार और समाज को मिलकर नशे के खिलाफ सख्त कानून और जागरूकता अभियान चलाने चाहिए, जिससे युवा इस बुराई से बच सकें। इन चुनौतियों का समाधान सामूहिक प्रयासों और जागरूकता के माध्यम से ही संभव है, जिससे युवा अपनी पूर्ण क्षमता का उपयोग कर देश के विकास में योगदान दे सकें। - डॉ. मुकेश भटनागर, भिलाई