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CWG 2018: दो ओलम्पिक पदक जीत चुके सुशील का नाम एंट्री लिस्ट से गायब

दो बार के ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का नाम गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ- 2018 की एंट्री लिस्ट से गायब है।

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SUSHIL KUMAR

नई दिल्ली। दो बार के ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का नाम गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल- 2018 की एंट्री लिस्ट में ही नहीं है। यह इवेंट 4 अप्रैल से शुरू होने वाले इस राष्ट्रमंडल खेल में गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगाने के दावेदार हैं सुशील कुमार। सुशिल कुमार ने 2010 दिल्ली-राष्ट्रमंडल खेल में 66 किलोग्राम फ्री स्टाइल केटेगरी में गोल्ड मेडल जीता, फिर 2014 ग्लास्गो कामनवेल्थ गेम्स में 74 किलोग्राम फ्री स्टाइल केटेगरी में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। भारत के नंबर एक पहलवान सुशील 2008 और 2012 ओलिंपिक खेलो में क्रमशः ब्रोंज और सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। 2016 रियो ओलम्पिक में नहीं जा पाए थे सुशील।


74 किलोग्राम रेसलिंग कैटेगरी की लिस्ट से सुशील का नाम गायब है
राष्ट्रमंडल खेल-2018 की 74 किलोग्राम रेसलिंग कैटेगरी की जारी की गयी लिस्ट में सुशील कुमार का नाम नहीं है। लिस्ट में 15 खिलाडियों के नाम हैं जिसमे सुशील का नाम गायब है। सुशील 20 मार्च से जॉर्जिया में ट्रेनिंग में व्यस्त हैं। उनका नाम नहीं होने से उनके कोच ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि और भारतीय खिलाड़ियों का नाम लिस्ट में है लेकिन सुशील का नाम ना होने की क्या वजह हो सकती है। रियो ओलम्पिक में भी विवादों के चलते नहीं जा पाए थे सुशील कुमार।

4 अप्रैल से होने हैं राष्ट्रमंडल खेल
4 अप्रैल से शुरू हो रहे 21वें राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन ऑस्ट्रेलिया के क्वीन्सलैंड राज्य के गोल्ड कोस्ट शहर में हो रहा है। 227 खिलाडियों का भारतीय दल इस खेल में हिस्सा लेगा। सबसे अधिक 37 खिलाड़ी एथेलेटिक्स टीम में होंगे वहीं हॉकी के पुरुष और महिला टीम के 36 खिलाड़ी होंगे। गोल्ड कोस्ट में हो रहे इस खेल में 19 इवेंट्स का आयोजन होगा जिसमे की 14 इवेंट्स में भारतीय दल हिस्सा लेगा।


शूटिंग और बैडमिंटन पर टिकी हैं भारत की उम्मीदे
भारत 2014 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में पांचवें स्थान पर रहा था। भारत का अभी तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल में रहा हैं जिसमे वह दूसरे स्थान पर रहा था। भारत को इस साल सबसे ज्यादा उम्मीद अपनी शूटिंग टीम से होगी जिसने अभी मेक्सिको में हुए वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया है। शूटिंग में 19 गोल्ड मेडल दांव पर होंगे। भारत को अपनी बैडमिंटन टीम से भी काफी उमीदें होंगी जिसमे छः गोल्ड मेडल दांव पर होंगे। सबसे अधिक गोल्ड मेडल एथलेटिक्स में होंगे जिसमे भारत के 28 खिलाड़ी भाग ले रहें हैं। जेवलिन थ्रो में भारत को अपने खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से खासी उम्मीदें होंगी। बैडमिंटन में ओलिंपिक रजत पदक जीत चुकीं पीवी सिंधू उद्घाटन समारोह में भारत की ध्वजवाहक होंगी।

राष्ट्रमंडल खेलो में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड का दबदबा रहा है
भारतीय दल पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में 64 मेडल के साथ पांचवे स्थान पर रहा था। भारतीय टीम का सबसे बेहतर प्रदर्शन अभी तक दिल्ली-2010 राष्ट्रमंडल खेलों में रहा है जिसमे वह दूसरे स्थान पर रहा था। अभी तक राष्ट्रमंडल खेलो में सबसे अच्छा प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया का रहा है, वो 12 बार राष्ट्रमंडल खेलो में नंबर एक पर रह चुका है, वहीं इंग्लैंड यह मुकाम 7 बार हासिल कर चुका है ,तो कनाडा एक बार टेबल टॉपर रह चुका है।