दूसरी तरफ पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ( PIA ) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी डिग्री ( Fake Degree ) की मदद से नौकरी पाने वाले 52 कर्मचारियों को निकाल दिया है। स्ट्रैप्ड PIA ने फर्जी डिग्री, नियमों के उल्लंघन सहित अन्य आरोपों के आधार पर दोषी पाए गए कर्मचारियों पर ये कार्रवाई की है।
Pakistan में 40% पायलट्स के पास है फर्जी लाइसेंस, 150 पर लगा प्रतिबंध
बता दें कि पिछले महीने PIA ने 147 से पायलटों को नौकरी पर रखा था। लेकिन 22 मई को जब कराची एयरपोर्ट के पास PIA का एक विमान हादसे का शिकार हुआ, जिसमें 197 लोग मारे गए थे। उसके बाद जांच शुरू हुआ तो कई चौंकाने वाली बात सामने आई। इसमें से फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी पाने वाले पायलटों की साजिश का भी खुलासा हुआ।
मलयेशिया ने पाकिस्तानी पायलटों पर प्रतिबंध लगाया
आपको बता दें कि पाकिस्तान ने इस बात को स्वीकार किया कि उसके कुछ पायलट फर्जी हैं। जिसके बाद से कई देश पाकिस्तानी पायलटों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और खाड़ी देशों के बाद अब उसके मित्र देश मलयेशिया ने भी पाकिस्तानी पायलटों पर प्रतिबंध ( Malaysia Banned Pakistani Pilots ) लगा दिया है। मलयेशिया के उड्डयन प्राधिकरण ( CAAM ) ने शुक्रवार देर रात एक बयान जारी करते हुए कहा कि PIA के पायलटों को लेकर मिली जानकारी से हम चिंतित हैं इसलिए यह कार्रवाई कर रहे हैं।
CAAM के सीईओ कैप्टन चेस्टर वू ने कहा कि हम इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। PIA को लेकर भी बातें सामने आ रही हैं उसके बारे में गंभीरता से विचार करना जरूरी है। अभी हाल ही में कई देशों ने PIA के पायलटों पर प्रतिबंध लगाया है। हम भी इनकी उड़ानों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा रहे हैं और हम कुछ पायलटों के लाइसेंस की जांच भी करेंगे।
बता दें कि पाकिस्तान के विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ( Aviation Minister Ghulam Sarwar Khan ) ने PIA के पायलटों पर बिना किसी सबूत के संदिग्ध लाइसेंस रखने का आरोप लगाया था, जिसके बाद यूरोपीय संघ के देशों के PIA के विमानों के उड़ान पर कम से कम 6 महीने के लिए रोक लगा दी है। सरवर खान ने संसद में माना था कि देश के 40 फीसदी पायलटों के लाइसेंस फर्जी ( Fake License ) हैं। मालूम हो कि पाकिस्तान के 107 पायलट विदेशी एयरलाइंस कंपनियों में काम करते हैं।
विमानन मंत्री ने 860 पायलटों पर जताया संदेह
पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने संसद के अंदर बयान देते हुए PIA के 860 पायलटों के लाइसेंस फर्जी होने का शक जाहिर किया था। दरअसल, 22 मई को कराची में क्रैश हुए विमान ( Karachi Plane Crash ) के बाद 25 जून को इसकी जांच रिपोर्ट संसद में पेश की गई थी, जिसमें कई सवाल खड़े किए गए थे।
मंत्री सरवर खान के बयान के बाद खाड़ी के मुस्लिम देश कुवैत, ईरान, जॉर्डन, यूएई पहले ही PIA और पाकिस्तानी पायलटों को प्रतिबंधित कर चुके हैं। वहीं अब वियतनाम, ब्रिटेन और अब मलयेशिया ने बैन कर दिया है।
पायलटों के बैन के खिलाफ चुनौती देगा पाकिस्तान
आपको बता दें कि PIA यूरोपीय यूनियन द्वारा लगाए गए छह महीने के प्रतिबंध के खिलाफ अगले हफ्ते अपील दायर करने जा रही है। इसके लिए एयरलाइन ने पाकिस्तानी मूल के यूरोपीय और ब्रिटिश सांसदों से मदद मांगी है। यूरोपीय यूनियन एयर सेफ्टी एजेंसी ( EASA ) ने यह फैसला 262 पाकिस्तानी पायलटों के ग्राउंडिंग के बाद लिया था।
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EASA की ओर से उठाए गए कदम के बाद यूके सिविल एविएशन अथॉरिटी ( UK Civil Aviation Authority ) ने भी अपने तीन हवाई अड्डों- बर्मिंघम, लंदन हीथ्रो और मैनचेस्टर से PIA द्वारा उड़ान संचालित करने की अनुमति वापस ले ली। PIA प्रति सप्ताह यूके के लिए 23 उड़ानें संचालित कर रहा था, जिसमें से नौ लंदन, 10 मैनचेस्टर और चार बर्मिंघम के लिए थी।