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साइबर सेल ने टीचर को वापस दिलाए सात लाख रुपए, क्या है मामला, पढ़ें पूरी खबर

ग्यारह दिन में शिक्षक के रुपए वापस खाते में लौटाए तो शिक्षक की खुशी का ठिकाना नही रहा

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पाली

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Suresh Hemnani

May 12, 2023

साइबर सेल ने टीचर को वापस दिलाए सात लाख रुपए, क्या है मामला, पढ़ें पूरी खबर

साइबर सेल ने टीचर को वापस दिलाए सात लाख रुपए, क्या है मामला, पढ़ें पूरी खबर

Case of online fraud in Pali: पाली जिला साइबर पुलिस टीम ने एक शिक्षक के साथ हुई सात लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी के मामले में तत्परता दिखाते हुए ग्यारह दिन में शिक्षक के रुपए वापस खाते में लौटाए है। इससे शिक्षक की खुशी का ठिकाना नही रहा। वे बार-बार पुलिस का आभार जताते नजर आए।

जिला पुलिस अधीक्षक डॉ.गगनदीप सिंगला ने बताया कि गत 4 मई को चाणोद गांव निवासी अध्यापक थानाराम पुत्र नवाराम मेघवाल की रिपार्ट पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण नायक नूनावत के निर्देशन में साइबर पुलिस थाना टीम ने शिक्षक का खाता सीज करवा कर ऑनलाइन फ्राड की जानकारी हासिल की।

शिक्षक थानाराम मेघवाल ने साइबर पुलिस थाना पाली को हेल्पलाईन नम्बर 9530420905 पर कॉल करके बताया कि किसी व्यक्ति ने मुझे फोन रिचार्ज की बातों में लेकर झांसे से ऐनीडेस्क हेण्डलिंग एप्प डाउनलोड करवा दिया। उसके बाद मेरे खाते से रूपए कटने के मैसेज आने लग गए। उस समय मेरे खाते में करीब 12 लाख रूपए थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए पाली पुलिस साइबर टीम ने शिक्षक के बैंक खाता संख्या लेकर पाली हाउसिंह बोर्ड एसबीआई शाखा प्रबंधक अभिमन्युसिंह की मदद से खाते को फ्रीज करवाया। तब तक शिक्षक के खाते से बड़ी राशि निकाली जा चुकी थी। खात फ्रीज होने से खाते में पड़े 3 लाख 29 हजार 370 रूपए फ्रॉड होने से बचा लिया।

इसके बाद पुलिस ने थानाराम मेघवाल से हेल्पलाईन नम्बर पर ही ऑनलाइन लिखित शिकायत ली। साइबर टीम की जांच में सामने आया कि शिक्षक के खाते से इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से एक ऑनलाइन शॉपिंग एप्प पर ऑनलाईन शॉपिंग की गई। पुलिस ने ऑनलाइन शॉपिंग कम्पनी के नोडल अधिकारी से वार्ता कर फ्राड कर भुगतान किए गए ऑनलाईन ऑर्डर को निरस्त करवाया और ऑनलाइन शॉपिंग कम्पनी को भुगतान हुई राशि को पुनः प्रार्थी के खाते में रिफण्ड करने के लिए आग्रह किया।

17 लाख से ज्यादा करवाए रिफण्ड
साइबर थाना पुलिस टीम की ओर से शिकायत आने के बाद अपराधियों पर नकेल कसते हुए अब तक 17 लाख 58 हजार 33 रूपए लोकल बैंक एवं नोडल अधिकारियों से बात कर वापस करवाए है। वही 3 लाख 17 हजार 457 रूपए कोर्ट आदेश करवाकर प्रार्थीयों के खातो में जमा करवाए। अब तक 81 लाख 90 हजार 226 रूपए विभिन्न खातो में होल्ड है। जिनको कोर्ट आदेश से रिफण्ड करवाने की कार्यवाही जारी है।

इनको मिला अपना रूपया वापस
विनोद प्रकाश अग्रवाल 99 हजार 899 रूपए, रजनीश जैन- 50 हजार रूपए, तेजराज सोनी 70 हजार रूपए, हनुमानराम 46 हजार रूपए, प्रिया संचेती 51 हजार 397 रूपए, रमेश कुमार 75 हजार रूपए, दुर्गेश सांखला 77 हजार 746 रूपए, भंवरसिंह 40 हजार रूपए, ममता कुमारी 45 हजार रूपए, बिन्दु कुमारी 48 हजार 884 रूपए, अशोक जैन 1 लाख 95000 रूपए, लक्ष्मीचंद 49 हजार रूपए वापस खाते में रिफण्ड करवाए है।

साइबर टीम में ये थे शामिल
पुलिस निरीक्षक अरूण कुमार, कांस्टेबल यशपालसिंह, प्रकाशचंद्र, दिलीप कुमार, ओमसिंह, जोगेन्द्रसिंह, बस्तीमल टीम में शामिल रहे।

जिला पुलिस ने की अपील
जिला पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला ने अपील करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति के साथ फाईनेंसियल साईबर अपराध घटित होने पर जिस खाते या कार्ड से रूपए फ्राड होते है, उस बैंक खाते के नम्बर, बैंक का आईएफएससी कोड व रूपए ट्रांसफर होने की ट्रांजेक्शन आइडी नम्बर बताकर साईबर पुलिस थाना पाली के हेल्प माेेबाईल नम्बर 9530420905पर या नेशनल हेेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सूचना देने पर साईबर टीम की ओर से त्वरित कार्यवाही कर अपराधियों को रूपए निकालने से रोका जा सकता है।