मनीषा दयाल दो संपर्क नंबरों पर सात संस्थाओं का संचालन करती थी...
प्रियरंजन भारती की रिपोर्ट...
(पटना): मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के बाद अब सबकि नजरें दो संवासिनों की मौत के बाद चर्चा में आए आसरा शेल्टर होम की संचालिका मनीषा दयाल की ओर है। राजनीतिक हस्तियों के साथ मनीषा की वायरल होती तस्वीरों ने इस बात को जग जाहिर कर दिया कि मनीषा का कनेक्शन बडे रसूखदारों से था। इसी के साथ पुलिस की ओर से की गई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि मनीषा और ब्रजेश ठाकुर का भी आपस में कनेक्शन था। जांच एजेंसियों की ओर से मनीषा और चितरंजन की संपत्ति और उनकी ओर से संचालित अन्य संस्थानों को भी जांच के घेरे में रखा गया हैं।
ब्रजेश ठाकुर से भी रिश्ते
प्रारंभिक पूछताछ में मनीषा और चितरंजन ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह के किंगपिन ब्रजेश ठाकुर से रिश्ते की बात भी स्वीकार कर ली है। एक आईएएस अधिकारी के माध्यम से उसने ब्रजेश ठाकुर से इस वर्ष जनवरी में मुलाकात की थी। इसके बाद मनीषा के संस्थान से आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की खबर ब्रजेश के अखबारों में भी छपने लगी। पुलिस अब इस कनेक्शन की भी पड़ताल में जुटी है।
संपत्ति का पता लगा रही ईओयू
ईओयू भी मनीषा और चितरंजन की जांच में लगी है। टीम दोनों की संपत्ति के ब्यौरे जुटा रही है। मनीषा ने कार्पोरेट क्रिकेट लीग का आयोजन किया था जिसमेँ उसने काफी पैसे कमाए थे। अभी वह लड़कियों के लिए सॉकर लीग का आयोजन करने में लगी थी। उसने फैशन शो और क्रिकेट लीग से राजधानी में खूब शोहरत बटोरी। एवीएन स्कूल और एवीएन सॉल्यूशन के बैनर तले उसने जेईई एडवांस, एमबीए और मेडिकल प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी छात्रों को बुलाया और खूब पैसे कमाए।
कॉरपोरेट ऑफिस में चलते थे सात संस्थान
मनीषा दयाल दो संपर्क नंबरों पर सात संस्थाओं का संचालन करती थी। इनमें एवीएन इंग्लिश स्कूल, एवीएन सॉल्यूशन, बड्डी कैपिटल, अधुमया ह्यूमन रिसोर्स और कॉर्पोरेट क्रिकेट लीग के अतिरिक्त पिंकशी फाउंडेशन प्रमुख थे। इनका दफ्तर एक ही अपार्टमेंट के प्रथम तल पर एक ही कमरे में था। गिरफ्तारी के बाद वहां ताला लटका है और कर्मचारी गायब हो गए हैं।