
Sharjeel Imam
(पटना,जहानाबाद): असम सहित पूर्वोत्तर राज्यों को शेष भारत से अलग कर देने की बात कहकर चर्चा में आए जेएनयू छात्र शरजील इमाम को बिहार के जहानाबाद जिले के काको से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। वह वेश बदलकर रह रहा था। बिहार, दिल्ली, यूपी, असम मुंबई समेत छह राज्यों की पुलिस 25 जनवरी से ही बिहार में उसकी तलाश कर रही थी।
शरजील की अंतिम मोबाइल लोकेशन आ रही थी इसके बाद फोन बंद चल रहा था। पुलिस टीमें उसके पटना समेत विभिन्न ठिकानों समेत छापेमारी कर रही थी। उसके नेपाल भागने की आशंका में नेपाल बोर्डर समेत सभी रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर अलर्ट जारी कर दिया गया था। पुलिस के बढ़ते दबाव के बीच वह वेश बदलकर काको में ही छिपा हुआ था। थाने में पूछताछ करने के बाद दिल्ली पुलिस ने उसे जहानाबाद कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने ट्रांजिट रिमांड पर शरजील को दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है।
पिता ने लड़ा था चुनाव...
पुलिस ने उसके भाई और एक दोस्त को हिरासत में लेकर भी पूछताछ की थी। उसके पिता अकबर इमाम के राजनीतिक कनेक्शन भी हैं। वह जहानाबाद से जदयू के टिकट पर चुनाव भी लड़े लेकिन हार गए। शरजील के चाचा अरशद इमाम का कहना है कि उसके भतीजे को साजिश के तहत फंसाया गया है। उस पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, असम,मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में देशद्रोह के मुकदमे दर्ज हैं।
आईआईटीयन है शरजील...
असम का पूरे भारत से संपर्क भंग करने का ख्वाब देखने वाला शरजील वास्तव में एक आईआईटीयन है। वह शुरु से ही पढ़ाई में तेज रहा है। दिल्ली के वसंतकुंज स्थित डीपीएस से 2006 में इंटर करने के पश्चात उसने आईआईटी में दाखिला लिया। उसने पूरे भारत में 227वां रैंक प्राप्त की थी। आईआईटी मुंबई से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग में बीटेक करने वाला शरजील अभी एमटेक करने के बाद उसने वहीं शिक्षण कार्य में सहयोग करना शुरू किया। उसने एक सॉफ्टवेयर कंपनी में भी काम किया। फिलहाल वह जेएनयू में आधुनिक इतिहास विभाग में पीएचडी कर रहा है। उसके पिता अकबर इमाम 2005 में जदयू के टिकट पर जहानाबाद से विधानसभा का चुनाव लड़े और हार चुके हैं। 2014 में उनकी अचानक मौत हो गई। शरजील की मां अफशां करीम कहती हैं कि उसका बेटा कभी देश तोडऩे की बात कर ही नहीं सकता।
बिहार और दिल्ली पुलिस में ठनी, सीएम बोले...
शरजील को शिकंजे में लिए जाने के साथ ही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और बिहार पुलिस के बीच उसके छिपे होने पर विवाद बढ़ गया। बिहार पुलिस इसके नेपाल भाग जाने की बात कह रही थी। जबकि दिल्ली पुलिस उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसकी इधर ही तलाश में जुटी रही। दिल्ली पुलिस का दावा था कि यदि वह नेपाल भागता तो मोबाइल लोकेशन यहां की कैसे मिलती। दिल्ली पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने की तैयारी में है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने बड़ी बात कही कि कोई भी इस देश के टुकड़े नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि किसी में भी इतना दम नहीं है। शरजील की गिरफ्तारी को लेकर भी मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पुलिस दिल्ली पुलिस को सहयोग कर रही थी। पुलिस के आपसी सहयोग और तालमेल से उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। सीएम ने कहा कि कुछ लोग देश में भ्रम फैलाने में लगे हुए हैं।
Updated on:
28 Jan 2020 09:10 pm
Published on:
28 Jan 2020 08:56 pm
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