Bihar में अब तक 35.5 लाख वोटर के नाम हटाए जा चुके हैं। ऐसे में BLO की भूमिका और भी अहम हो जाती है।
BLO का मतलब Booth Level Officer होता है। इस पद को चुनाव आयोग ने गठित किया है। BLO का काम मतदाताओं का डेटा संभालना होता है। बिहार, जहां माइग्रेशन-फर्जी वोटिंग की घटनाएं आम हैं, चुनाव आयोग वोटर लिस्ट का Special Investigation Revision (SIR) करा रहा है। अब तक 35.5 लाख वोटर के नाम ऐसे पकड़ में आए हैं, जिन्हें बाद में हैं, जिन्हें हटाया जाएगा। ऐसे में BLO की भूमिका और भी अहम हो जाती है ताकि वोटर लिस्ट में पारदर्शिता रहे और निष्पक्ष चुनाव संभव हों।
BLO का फुल फॉर्म Booth Level Officer (बूथ लेवल ऑफिसर) होता है। ये भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के जमीन पर प्रतिनिधि होते हैं, जो एक विशेष पोलिंग बूथ या मतदान केंद्र से जुड़े होते हैं। इनकी नियुक्ति सरकारी या अर्ध-सरकारी कर्मचारियों में से की जाती है, जो स्थानीय मतदाताओं को अच्छी तरह से जानते हैं।
मतदाता सूची (Electoral Roll) को सटीक व अपडेटेड रखने के लिए BLO की नियुक्ति की जाती है। वे नाम जोड़ने, हटाने और सुधारने की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा वे योग्य नागरिकों को Voter Registration करवाने में भी मदद करते हैं।
इनकी नियुक्ति जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 13B(2) के तहत होती है। 2006 में ECI ने BLO की अवधारणा को औपचारिक रूप दिया ताकि हरेक मतदान केंद्र स्तर पर एक जिम्मेदार अधिकारी हो, जो मतदाता सूची का संरक्षक हो।
हाल ही में बिहार में मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। इसके तहत BLO घर-घर जाकर फॉर्म भरवा रहे हैं और मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित कर रहे हैं। इसके अलावा, कुछ जिलों में BLO की गैर-हाजिरी, लापरवाही या रिश्वतखोरी की शिकायतें भी आई हैं, जिस कारण मीडिया और प्रशासनिक हलकों में BLO चर्चा में आ गए हैं। कई BLO को नोटिस भी जारी किए गए हैं।
अगर आपका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है या पहचान पत्र में कोई गलती है तो BLO ही पहला संपर्क बिंदु होता है। वे फॉर्म 6 (नाम जोड़ने), फॉर्म 7 (नाम हटाने), फॉर्म 8 (सुधार) जैसे फॉर्म भरवाते हैं और प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हैं।