
किरदार की लम्बाई मायने नहीं रखती, सिर्फ अच्छा होना जरूरी - आसिफ खान
जयपुर. पहले मुझे लगता था कि सिर्फ बड़े किरदार ही आपकी पहचान को साबित करते हैं, लेकिन 'पंचायत' वेब सीरीज की रिलीज के बाद अब लगने लगा है कि किरदार छोटा या बड़ा हो यह मायने नहीं रखता, वह अच्छा कितना है यह जरूरी है। मैंने छोटा किरदार होने के चलते 'पंचायत' के किरदार को मना कर दिया था, लेकिन कास्टिंग टीम की समझाइश के बाद मैंने इसका शूट किया। जब इसका तीसरा एपीसोड रिलीज हुआ तो हर तरफ से मुझे प्रशंसा मिलने लगी, किरदार को देखने के बाद आज अन्य प्रोडक्शन हाउस से भी लगातार ऑफर मिल रहे हैं। यह कहना है, एक्टर आसिफ खान का।
पत्रिका प्लस से बात करते हुए आसिफ ने बताया कि यह कहानी एक गांव की पंचायत की है, जहां सचिव की जॉब एक शहरी पढ़े-लिखे नौजवान की लग जाती है। इसमें मैं एक दुल्हे का किरदार निभा रहा हूं, जिसे पंचायत में ठहराया जाता है। यह एक बेहद सिम्पल और अन्य वेबसीरीज से हटकर कहानी है। यह गांव बेस्ड कॉमेडी सीरीज है, जो पुरुषप्रधान समाज पर कटाक्ष करती नजर आती है।
क्वारंटाइन के लिए बेस्ट मीडियम
आसिफ ने कहा कि लॉकडाउन में लोग घरों पर ही है और टीवी व फिल्म कंटेंट पर ही निर्भर कर रहे हैं, ऐसे में वेब सीरीज इस समय बेस्ट मीडियम बनकर उभरी है। फिल्में दो घंटे बाद खत्म हो जाती है, जबकि वेब सीरीज आपको एक लम्बे समय के लिए जोड़ती है। इस सीरीज के डायरेक्टर दीपक मिश्रा है, जिनके साथ मैं पहले भी काम कर चुका हूं। वे हमेशा सेट पर दोस्ती वाला माहौल लेकर आते थे। आज मेरे किरदार के कई वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं और हर वीडियो के लाखों में व्यूज है।
'मिर्जापुर 2' और 'पगलेट' में आएंगे नजर
उन्होंने बताया कि 'मिर्जापुर', 'जमतारा' और 'पंचायत' जैसी वेब सीरीज में काम करने बाद अब 'पाताललोक', 'मिर्जापुर2' जैसी वेब सीरीज की रिलीज का इंतजार है। इसके अलावा सान्या मल्होत्रा के साथ 'पगलेट' फिल्म कंपलीट की है, इसमें सान्या के देवर के किरदार में नजर आउंगा। वैसे 'जमतारा 2' वेब सीरीज के लिए भी बात चल रही है।
Published on:
22 Apr 2020 04:25 pm
बड़ी खबरें
View Allपत्रिका प्लस
ट्रेंडिंग
