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सर्दी में ठंडे पानी के नीचे सिर्फ 30 सैकंड नहाने के गजब फायदे

सर्दियां अपने साथ सेहत का मौसम भी लाती है। इस मौसम में न सिर्फ इम्यूनिटी को बूस्ट किया जा सकता है, बल्कि तनाव को भी दूर किया जा सकता है। शोध के अनुसार, ठंडे पानी से नहाने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है। ठंड में व्यायाम करना हार्ट के लिए बेनिफिशियल हो सकता है।

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जयपुर

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Jaya Sharma

Dec 20, 2023

सर्दियां अपने साथ सेहत का मौसम भी लाती है

सर्दियां अपने साथ सेहत का मौसम भी लाती है। इस मौसम में न सिर्फ इम्यूनिटी को बूस्ट किया जा सकता है, बल्कि तनाव को भी दूर किया जा सकता है। शोध के अनुसार, ठंडे पानी से नहाने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है। ठंड में व्यायाम करना हार्ट के लिए बेनिफिशियल हो सकता है।

नहाते समय ठंडे पानी को केवल 30 सेकंड के लिए भी चालू करने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है

विशेषज्ञों का कहना है कि नहाते समय ठंडे पानी को केवल 30 सेकंड के लिए भी चालू करने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि ठंडे पानी का झटका ल्यूकोसाइट्स यानि श्वेत रक्त कोशिकाओं को उत्तेजित करता है जो संक्रमण से लड़ते हैं। दरअसल, नीदरलैंड में 2016 में हुए एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग ठंडे पानी से नहाते हैं, वे कम बीमार पड़ते हैं। शोधकर्ताओं ने 18 से 65 वर्ष की आयु के 3,000 से अधिक प्रतिभागियों पर अध्ययन किया जो ठंडे पानी से नहीं नहाते थे। जिन लोगों ने तीन महीने तक 30, 60 या 90 सेकंड के लिए ठंडे पानी से स्नान किया, वे पानी गर्म रखने वालों की तुलना में 29 प्रतिशत कम बीमार पाए गए।

तनाव भी होता है कम

तनाव भी होता है कम जब आप कम बीमार होते हैं, तो आपकी कार्य उत्पादकता बढ़ जाती है। ऐसे में ठंडे स्नान से जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार हो सकता है और तनाव का स्तर घटता है। वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं के 2007 में हुए एक अध्ययन के मुताबिक ठंड के संपर्क में आने से तनाव के लक्षणों से राहत मिलती है। ऐसा माना जाता है कि ठंड के संपर्क में आने से तंत्रिका तंत्र सक्रिय हो जाता है और मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे नॉरएड्रेनालाईन का स्राव शुरू हो जाता है और यहीं न्यूरोट्रांसमीटर मूड पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि ठंडे पानी के संपर्क में आने के बाद डोपामाइन यानि खुश रहने वाले हार्मोन बढ़ता है।

ठंड में जॉगिंग, यानि स्टेमिना बढ़ाना:

ठंड में जॉगिंग, यानि स्टेमिना बढ़ाना: ठंड में जल्दी उठकर वॉक पर जाना स्टेमिना बढ़ाने जैसा है। इससे न सिर्फ कैलोरी बर्न होती है, बल्कि सहनशक्ति भी बढ़ती है। बर्मिंघम में एस्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा है कि सर्दियों में बाहर व्यायाम करने से जली हुई कैलोरी की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर को अपने मुख्य तापमान को बनाए रखने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है और इससे भूख में सुधार होता है। पेट की सेहत भी सही रहती है।

 वजन नियंत्रित रहता है

वजन नियंत्रित रहता है: हर सुबह ठंडे पानी से नहाने से आपका वजन नियंत्रित रहता है और मोटापा भी दूर होता है। ऐसा माना जाता है कि यह थर्मोजेनेसिस से संबंधित है। यह वह प्रक्रिया है, जिससे शरीर की गर्मी उत्पन्न होती है और कैलोरी जलती है। सुबह स्नान के दौरान अधिक कैलोरी बर्न होती है।