
उत्तर प्रदेश समते कई राज्यों में मुन्ना बजरंगी के खिलाफ मुकदमे दर्ज थे। वह पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन चुका था।जिसके बाद 29 अक्टूबर 2009 को दिल्ली पुलिस ने मुन्ना बजरंगी को मुंबई के मलाड इलाके में नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया था।इसी के बाद से वह जेल में बंद था।हाल में मुन्ना बजरंगी झांसी जेल में था।रविवार रात रात को एक मामले में मुन्ना बजरंगी को पेशी पर बागपत जेल लाया गया था। यहीं पर सोमवार सुबह मुन्ना की जेल के अंदर ही हत्या कर दी गई।मुन्ना बजरंगी पर पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी न देने पर हत्या करने की धमकी का आरोप था। जिसकी सुनवाई के लिए आज उसको कोर्ट में पेश किया जाना था।

मुन्ना बजरंगी के नाम से मशहूर हुए बदमाश का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है। उसका जन्म 1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूरा दयाल गांव में हुआ था। उसके पिता पारसनाथ सिंह उसे पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाने का सपना संजोए थे। मगर प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी को यह मंजूर नही था, और उसके शोकिया मिजाज ने उसको जुर्म की दुनिया का बदमाश बना दिया।

जानकारों की माने तो पूर्वांचल में अपने नाम का डंका बजाने के लिए मुन्ना बजरंगी को 90 के दशक में पूर्वांचल के बाहुबली माफिया और राजनेता मुख्तार अंसारी का साथ मिल गया। मुख्तार अंसारी ने अपराध की दुनिया से राजनीति में कदम रखा दिया और 1996 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर मऊ से विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद मुन्ना बजरंगी की ताकत में और इजाफा हो गया। जिसके बाद मुन्ना सरकारी ठेकों को प्रभावित करने लगा था।

एक और पुर्वाचल में मुन्ना का रूतबा बढ़ता जा रहा था और दूसरी और विधायक कृष्णानंद राय भी अपने वजूद को लेकर सामने आया गया।जिसमे बाद मुख्तार अंसारी ने मुन्ना बजरंगी से भाजपा विधायक कृष्णानंद राय को खत्म करने की साजिश रची।और उसी के चलते 29 नवंबर 2005 को माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के कहने पर मुन्ना बजरंगी ने कृष्णानंद राय को दिन दहाड़े मौत की नींद सुला दिया। इस हत्याकांड ने सूबे के सियासी हलकों में हलचल मचा दी। हर कोई मुन्ना बजरंगी के नाम से खौफ खाने लगा। इस हत्या को अंजाम देने के बाद वह मोस्ट वॉन्टेड बन गया था।

पेशी के लिए झांसी से लाए गए मुन्ना बजरंगी की सोमवार सुबह बागपत की इसी जेल में हत्या कर दी गर्इ। उसको गोली माकर मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं जिला प्रशासन इसकी तहकीकात कर रहा है।आखिर जेल में हथियार कैसे पहुंच गया। इस मामले को लेकर सीएम योगी ने भी जांच के अादेश जारी कर दिए है।