18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Raipur: सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचे डिप्टी सीएम साव, कंपनी को लगाई कड़ी फटकार

पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कंपनी को कहा कि मार्च 2026 तक कचरा निपटान नहीं होने पर होगा एक्शन

2 min read
Google source verification
Sarona Trenching Ground

रायपुर (Raipur) के सरोना ट्रेंचिंग ग्राउंड में लाखों टन कचरे के प्रोसेसिंग की प्रक्रिया में लेटलतीफी के मामले पर छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) की फौज 18 दिसंबर को ट्रेंचिंग ग्राउंड में उतर गई। डंपिंग साइट में 20 साल पुराने कचरे की प्रोसेसिंग में लेटलतीफी और लोगों के स्वास्थ्य व खारून नदी पर दुष्प्रभाव के मामले पर पत्रिका (Patrika) ने तीन दिन पहले ग्राउंड रिपोर्टिंग की थी।

Sarona Trenching Ground

पत्रिका ने बताया कि किस तरह कचरे के बायो-रिमिडिएशन (Bioremediation) में कंपनी की लेटलतीफी का खामियाजा आमलोगों को भुगतना पड़ रहा है। यहां भूजल दूषित हो चुका है। पास ही खारून नदी को कचरे से बचाना जरूरी है।

Sarona Trenching Ground

गुरुवार को उपमुख्यमंत्री अरुण साव, रायपुर महापौर मीनल चौबे से लेकर नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. सहित आला अधिकारियों ने सरोना डंपिंग साइट (Dumping Site) में पहुंचकर लगभग एक घंटे तक निगम अधिकारियों से एक-एक विषय पर बातचीत की।

Sarona Trenching Ground

डिप्टी सीएम साव (Deputy CM Arun Sao) ने लेटलतीफी पर कंपनी को फटकार लगाते हुए सभी तरह के कचरे के निपटान (Waste Disposal) के लिए 31 मार्च 2026 का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही चेतावनी दी है कि प्रोसेसिंग में लेटलतीफी पर पेनाल्टी भी लगाई जा सकती है। किसी भी प्रकार की लापरवाही और ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।