
चंद्रा पार्क- यहां पर वर्टिकल गार्डन की सुरक्षा के लिए एसएससीएल ने कोई प्रबंध नहीं किए हैं। यही वजह है कि सेल्फी पाइंट के बाहर मवेशी घूमते मिल रहे हैं। यहां पर एसएससीएल ने सबसे पहले वर्टिकल गार्डन का प्रयोग किया था और फिर उसके बाद पूरे शहर में एप्लाई किया गया था।

कमांड सेंटर- एसएससीएल के कार्यालय के बाहर स्थित वर्टिकल गार्डन को पानी न मिलने के कारण पौधे सूखने लगे हैं। स्थिति यह है कि यहां पर भी पौधों के सिर्फ डंठल ही नजर आ रहे हैं। एसएससीएल अपने कार्यालय के बाहर ही वर्टिकल गार्डन को सुरक्षित नहीं रख पा रहा है।

आइजी तिराहा- इस स्थान पर केंद्रीय जेल से सटकर हमाओ सागर पार्क का निर्माण किया जा रहा है। यहां पर कुछ दिन पहले ही वर्टिकल गार्डन खड़ा किया गया है लेकिन इसके पौधे अभी से सूखने लगे हैं। यहां पर पार्क की चार दीवारी होने के बाद भी गेट खुला होने के कारण मवेशी पार्क के अंदर तक घुस रहे हैं और पौधों को खा रहे हैं।

चंद्रा पार्क- यहां पर वर्टिकल गार्डन की सुरक्षा के लिए एसएससीएल ने कोई प्रबंध नहीं किए हैं। यही वजह है कि सेल्फी पाइंट के बाहर मवेशी घूमते मिल रहे हैं। यहां पर एसएससीएल ने सबसे पहले वर्टिकल गार्डन का प्रयोग किया था और फिर उसके बाद पूरे शहर में एप्लाई किया गया था।

कमांड सेंटर- एसएससीएल के कार्यालय के बाहर स्थित वर्टिकल गार्डन को पानी न मिलने के कारण पौधे सूखने लगे हैं। स्थिति यह है कि यहां पर भी पौधों के सिर्फ डंठल ही नजर आ रहे हैं। एसएससीएल अपने कार्यालय के बाहर ही वर्टिकल गार्डन को सुरक्षित नहीं रख पा रहा है।

दीनदयाल चौराहा- दीनदयाल चौराहे के पास स्थित खुला पड़े बड़े नाले के कारण इस स्थान पर लोग खड़े नहीं होते थे, जिसके कारण एसएससीएल के सहयोग से निगम प्रशासन ने यहां पर वर्टिकल गार्डन बनवाया लेकिन इससे पौधे ही गायब हो गए हैं, तो कुछ पौधे पानी के अभाव में सूख गए हैं। गार्डन में अब सिर्फ रेत ही नजर आ रही है।

आइजी तिराहा- इस स्थान पर केंद्रीय जेल से सटकर हमाओ सागर पार्क का निर्माण किया जा रहा है। यहां पर कुछ दिन पहले ही वर्टिकल गार्डन खड़ा किया गया है लेकिन इसके पौधे अभी से सूखने लगे हैं। यहां पर पार्क की चार दीवारी होने के बाद भी गेट खुला होने के कारण मवेशी पार्क के अंदर तक घुस रहे हैं और पौधों को खा रहे हैं।

दीनदयाल चौराहा- दीनदयाल चौराहे के पास स्थित खुला पड़े बड़े नाले के कारण इस स्थान पर लोग खड़े नहीं होते थे, जिसके कारण एसएससीएल के सहयोग से निगम प्रशासन ने यहां पर वर्टिकल गार्डन बनवाया लेकिन इससे पौधे ही गायब हो गए हैं, तो कुछ पौधे पानी के अभाव में सूख गए हैं। गार्डन में अब सिर्फ रेत ही नजर आ रही है।