नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ( RSS ) प्रमुख मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat ) के लिंचिंग ( Lynching ) को लेकर दिए गए बयान पर अब सियासत गर्मा गई है। भागवत के बयान को लेकर एआईएमआईएम ( AIMIM ) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ( Asaduddin Owaisi ) ने पलटवार किया है।
हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार सुबह मोहन भागवत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने सिलसिलेवार ट्वीट के जरिए हमला बोला है। ओवैसी ने कहा है कि ये नफरत हिंदुत्व की ही देन है।
मोहन भागवत के लिंचिंग को लेकर दिए गए बयान के बाद अब मुस्लिम नेता और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी का रिएक्शन सामने आया है।
ओवैसी सोमवार सुबह ट्वीट के जरिए आरएसएस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा- 'RSS के भागवत ने कहा "लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी"। इन अपराधियों को गाय और भैंस में फर्क नहीं पता होगा लेकिन कत्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे। ये नफरत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है।'
ओवैसी यहीं नहीं रुके अपने अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा- केंद्रीय मंत्री के हाथों अलीमुद्दीन के कातिलों की गुलपोशी हो जाती है, अखलाक के हत्यारे की लाश पर तिरंगा लगाया जाता है, आसिफ को मारने वालों के समर्थन में महापंचायत बुलाई जाती है, जहां भाजपा का प्रवक्ता पूछता है कि "क्या हम मर्डर भी नहीं कर सकते?
इसके बाद अपने तीसरे और अंतिम ट्वीट में ओवैसी ने कहा- कायरता, हिंसा और कत्ल करना गोडसे की हिंदुत्व वाली सोंच का अटूट हिस्सा है।मुसलमानो की लिंचिंग भी इसी सोच का नतीजा है।
दिग्विजय सिंह ने भी दी प्रतिक्रिया
एक तरफ एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने भागवत के बयान पर पलटवार किया तो दूसरी तरफ कांग्रेस का भी रिएक्शन सामने आया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भागवत के बयान पर सिंह ने भी ट्वीट किया- उन्होंने लिखा- मोहन भागवत जी यह विचार क्या आप अपने शिष्यों, प्रचारकों, विश्व हिंदू परिषद/ बजरंग दल कार्यकर्ताओं को भी देंगे?
क्या यह शिक्षा आप मोदी-शाह जी व भाजपा मुख्यमंत्री को भी देंगे? यदि आप अपने व्यक्त किए गए विचारों के प्रति ईमानदार हैं तो भाजपा में वे सब नेता जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को प्रताड़ित किया है, उन्हें उनके पदों से तत्काल हटाने का निर्देश दें।
दिग्विजय सिंह ने लिखा कि शुरुआत नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ से करें। मुझे मालूम है आप नहीं करेंगे क्योंकि आपके कथनी और करनी में अंतर है। आपने सही कहा है कि #हम_पहले_भारतीय_हैं, #WeAreIndiansFirst लेकिन हुजूर अपने शिष्यों को तो पहले समझाएं। वे मुझे कई बार पाकिस्तान जाने की सलाह दे चुके हैं!!
दरअसल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा था कि लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व के खिलाफ है। हम भारत के सभी लोगों का डीएनएन एक है।
Published on:
05 Jul 2021 10:15 am