इस जनसभा में असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते-साधते भड़काऊ भाषण देना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में हम मुसलमानों को 70 साल से डराया जा रहा है, लेकिन हम डरने वालों में से नहीं हैं। ओवैसी ने कहा कि इस देश का मुसलमान पाकिस्तान या सीरिया नहीं जाएगा, जो पाकिस्तान जाना चाहते थे, वे पहले ही जा चुके हैं, हमारे पूर्वजों ने ब्रटिश साम्राज्य से लड़ाई की और हिंदुस्तान जिंदाबाद जैसे नारे दिए। हमने कभी इस मुल्क का सौदा नहीं होने दिया और ना ही कभी करेंगे।
ओवैसी ने आगे कहा, “किसने मारा था महात्मा गांधी जी को, इसपर नोटिस देंगे मेरे को आप, मैं पुलिस से पूछना चाह रहा हूं क्या आप मेरे को नोटिस देंगे, मैं गोडसे के खिलाफ बोलूंगा, हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा नंबर वन टेरेरिस्ट नाथूराम गोडसे था, तुम नोटिस दोगे मुझे, दो नोटिस मुझे, नाथूराम गोडसे कौन था।” ओवैसी के इस बयान के बाद जनसभा में मौजूद लोग जोर-जोर से नारे लगाने लगे और ओवैसी के इस बयान का समर्थन करने लगे।
ओवैसी ने इस दौरान में पीएम मोदी पर भी निशाना साधा। ओवैसी ने तीन तलाक का मुद्दा उठाते हुए कहा, ‘पीएम मोदी आप अपनी आंखें खोलिए और दिमाग से पर्दा हटाइए। आप मुस्लिम महिलाओं के शुभचिंतक नहीं हैं। आप हमारे दुश्मन हैं और हमारी नाइंसाफी का इंतजाम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी मां और बहनों ने जुलूस में हिस्सा लेकर जालिम हुकुमत को पैगाम दिया और हम नौजवानों को और बुजुर्गों को पैगाम दिया कि आपको भी खड़ा होना होगा शरियत के लिए।’