
जेडीयू ने 15 नेताओं को किया पार्टी से निष्कासित।
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव ( Bihar Vidhan Sabha Chunav ) को लेकर सियासत गरमाई हुई है। इस चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं, दल-बदल और गठबंधन की राजनीति भी जमकर हो रही है। इतना ही नहीं पार्टियों द्वारा बागी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई भी जारी है। इसी कड़ी में बीजेपी (BJP) के बाद अब जेडीयू (JDU) ने अपने बागी नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि पार्टी विरोधी काम करने के कारण जेडीयू ने 15 नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
JDU ने 15 बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया
दरअसल, बिहार में इस बार कई सियासी उलटफेर हुए हैं। कई दिग्गज नेताओं का टिकट काट दिया गया है। कईयों की सीट बदल दी गई है, जबकि कई नए चेहरों को मौका भी दिया गया है। लिहाजा, नेताओं में काफी आक्रोश है और लगातार दल-बदल का खेल जारी है। इतना ही नहीं कई नेताओं ने निर्दलीय चुनाव तक लड़ने का ऐलान कर दिया है। जेडीयू का कहना है कि उनके कुछ नेता भी दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं, तो कुछ इस चुनाव में विरोधी पार्टी की मदद कर रहे हैं। लिहाजा, बागी तेवर अख्तियार करने के कारण 15 नेताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। जिन नेताओं को निष्कासित किया गया है, उनमें भगवान सिंह कुशवाहा, अमरेश चौधरी, सिंधु पासवान, ददन पहलवान, तजम्मल खां, रामेश्वर पासवान, रणविजय सिंह, शिवशंकर चौधरी, सुमित सिंह, प्रमोद चंद्रवंशी, राकेश रंजन, अरुण कुमार, मुंग़ेरी पासवान, करतार सिंह, कंचन गुप्ता के नाम शामिल हैं। गौरतलब है कि इससे पहले बीजेपी ने भी कई बागी नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान
गौरतलब है कि पहले चरण के मतदान के लिए ताबड़तोड़ प्रचार जारी है। आरजेडी ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। कयास लगाया जा रहा है कि बीजेपी और जेडीयू भी जल्द स्टार प्रचारकों की सूची जारी है। बीजेपी और जेडीयू में प्रचार के लिए पीएम मोदी के बाद सबसे ज्यादा डिमांड यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है। यहां आपको बता दें कि पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को है। जबकि, 10 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।
Updated on:
14 Oct 2020 01:18 pm
Published on:
14 Oct 2020 11:02 am
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