
साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ NIA कोर्ट में याचिका, मालेगांव ब्लास्ट पीड़ित ने चुनाव लड़ने पर उठाए सवाल
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ( Sadhvi pragya thakur ) की मुश्किलें एकबार फिर बढ़ सकती हैं। विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( NIA ) कोर्ट में वर्ष 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले को लेकर एक अर्जी दायर हुई है। साथ ही साध्वी के खिलाफ चुनाव आयोग से भी शिकायत की गई है।
ये लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं: सैय्यद बिलाल
मालेगांव धमाके में मारे गए एक युवक के पिता निसार अहमद सैय्यद बिलाल ने गुरुवार को एनआईए कोर्ट में अपील दायर की है। बिलाल ने कहा कि धमाके में मेरे बेटे की मौत हो गई थी। प्रज्ञा जैसे लोग जमानत पर बाहर आकर लोकसभा चुनाव लड़ते हैं, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि प्रज्ञा को कोर्ट ने स्वास्थ्य कारणों से जमानत दी थी, तो ऐसे में वह भोपाल से लोकसभा का चुनाव कैसे लड़ सकती हैं।
साध्वी के खिलाफ चुनाव आयोग को खत
वहीं दूसरी ओर राजनीतिक कार्यकर्ता तहसीन पूनावाला भी साध्वी के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंचे हैं। गुरुवार को उन्होंने आयोग को भेजे एक पत्र में कहा है कि साध्वी प्रज्ञा को चुनाव लड़ने की इजाजत न देंं, क्योंकि वह आतंकवाद के आरोपों का सामना कर रही हैं। पूनावाला ने खत में लिखा- 'मैं निर्वाचन आयोग से विनम्रतापूर्वक आग्रह करता हूं कि वह आदर्श चुनाव आचार संहिता को बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाए। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ आवश्यक कदम उठाते हुए उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाए। किसी भी ऐसे प्रत्याशी को चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए जिसके तार आतंक से जुड़े हो।'
बीजेपी ने साध्वी को बनाया उम्मीदवार
बता दें कि बीजेपी ने 2008 मालेगांव विस्फोट मामले से बरी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है। पार्टी ने मध्य प्रदेश की भोपाल संसदीय सीट से प्रज्ञा को टिकट दिया है। प्रज्ञा का मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह से होगा। प्रज्ञा ठाकुर बुधवार को ही बीजेपी में शामिल हुई हैं
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Updated on:
19 Apr 2019 08:10 am
Published on:
18 Apr 2019 08:25 pm
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